संजय विश्वकर्मा, उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिला जेल में बंद हिंसा के आरोपी और गोंगपा नेता दयाराम सिंह गोंड की जबलपुर में इलाज के दौरान मौत हो जाने के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। मामले को लेकर नाराज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और मृतक के परिजन को कलेक्टर ने गांव पहुंचकर समझाइश दी है। जिसके बाद मृतक के अंतिम संस्कार के लिए सभी राजी हुए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू सहित पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
दरअसल, जबलपुर मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान रविवार यानी 19 नवंबर की सुबह दयाराम की मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही पूरा मामला संवेदनशील बना हुआ है। सोमवार देर रात जबलपुर से शव लेकर परिजन ग्रह ग्राम हिरौली पहुंचे थे। जहां जमकर विवाद हुआ।
विवाद को लेकर कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने नाराज गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और मृतक के परिजन को समझाइश दी। जिसके बाद मृतक दयाराम के अंतिम संस्कार के लिए सभी राजी हो गए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू सहित पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
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