‘कलेक्टर साहिबा…मुझे मेरे बेटे-बहू से बचा लीजिए’, आखों में आंसू लिए स्ट्रेचर पर पहुंची वृद्धा, कपकपाती आवाज से बोली- कैंसर से ज्यादा दर्द दे रहे