मोहम्मद करीमुल्लाह/मधुबनी। जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पटना स्थित निगरानी विभाग की टीम ने जिला नियोजन पदाधिकारी मृणाल कुमार चौधरी और उनके सहयोगी राहुल कुमार को 30 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई बाबूबरही थाना क्षेत्र के भूपट्टी चौक पर की गई, जिससे जिले के प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया। निगरानी विभाग को यह शिकायत कल्ब विश्व सेवा आश्रम नामक संस्था की ओर से प्राप्त हुई थी। संस्था ने आरोप लगाया था कि जिला नियोजन पदाधिकारी हर माह 5000 की रिश्वत मांगते थे और भुगतान न करने की स्थिति में संस्थागत कार्यों में बाधा डालने की धमकी दी जाती थी।

सत्यापन के बाद रची गई गिरफ्तारी की रणनीति

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए निगरानी विभाग की टीम ने पहले मामले का सत्यापन किया। टीम के अधिकारी पंकज कुमार ने मौके पर जाकर जांच की जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद आज गुरुवार को निगरानी विभाग ने एक योजनाबद्ध कार्रवाई की।

कैश लेते ही दोनों दबोचे गए

नियंत्रित तरीके से शिकायतकर्ता को 30000 की राशि के साथ भेजा गया। जैसे ही मृणाल कुमार चौधरी ने 20 हजार और उनके डाटा ऑपरेटर राहुल कुमार ने 10 हजार रिश्वत के तौर पर लिए टीम ने दोनों को वहीं धर दबोचा। मौके से पूरी घूस की राशि बरामद कर ली गई।

कोई कितना भी बड़ा हो, बख्शा नहीं जाएगा

निगरानी विभाग के डीएसपी अमरेंद्र प्रसाद विद्यार्थी ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर विभाग की नीति बिल्कुल स्पष्ट है किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आम जनता से अपील की कि अगर कोई अधिकारी रिश्वत मांगता है तो बेझिझक निगरानी विभाग से संपर्क करें।

कार्रवाई से प्रशासनिक हलकों में हलचल

जैसे ही कार्रवाई की खबर फैली जिले के प्रशासनिक गलियारों में हलचल मच गई। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने निगरानी विभाग की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई से ईमानदार लोगों को राहत और भ्रष्टाचारियों को सबक मिलेगा। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए निगरानी थाना पटना भेज दिया गया है।