रायपुर. कबीर पंथ के विश्वविख्यात कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा में आयोजित माघ पूर्णिमा मेला पंथश्री प्रकाशमुनि नाम साहेब सद्गुरु से सुरती लगाने और नाम ध्यान लगाने के बारे में बताया. वे संत समागम के तीसरे दिन रविवार को सभा स्थल पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं है, जो नहीं किया जा सकता, जिन्होंने सोचा उन्होंने किया. चांद पर जाने की सोच रखने वाले चांद पर चले गए और जो नहीं करना चाहता उसकी तो बात ही छोड़ो.
उन्होंने कहा कि अपने जीवन में हर कार्य करते गुरु के द्वारा दिए गए नाम को स्मरण कर इस भवसागर से पार होकर जीव सतलोक जा सकते हैं. पंत ने कहा जैसे प्रीत चुंबक का लोहा लेत उठाएं ऐसे शब्द कबीर का जीव लोक ले जाये. जिस प्रकार लोहे की प्रीत चुंबक से होती है, तो चुम्बक लोहे को उठा लेता है, वैसा ही साहेब के शब्द से जो जीव प्रीत लगाते हैं, वह सतलोक को चले जाते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जीवन बहुत कठिन है. उन्होंने कहा ज्यादातर लोग कहते हैं कि हम तो सद्गुरु कोई स्मरण नहीं कर सकते परमात्मा को याद नहीं कर सकते. साहेब को याद नहीं कर सकते, क्योंकि हमें ऑफिस का काम देखना है. दुकान का काम देखना है, हिसाब-किताब देखना है, व्यापारी है तो नाप तोल देखना है. अगर हम उन्हें स्मरण करेंगे, ध्यान करेंगे, सुरती लगाएंगे तो यह सब काम कब करेंगे. ज्यादातर लोग यही कहा जाता है कि सुरती लगाने के लिए यह सब काम छोड़ना पड़ेगा. कार्य को त्यागना पड़ेगा, लेकिन ऐसा नहीं है.
पंथ ने कहा कि सुमिरन की विधि यू करें, जो गागर पनिहार बोलत डोलत सुरती, कहे कबीर विचार. जिस प्रकार पनिहारी सिर पर घड़े को लेकर हाथ छोड़ कर आराम से बातचीत करते चलती है और घड़े को हाथ तक नहीं लगाती है. उसी प्रकार संसार में कार्य करते करते सतगुरु के शब्द कोई स्मरण करना है, मालिक को याद करना है. उन्होंने कहा जो करना नहीं चाहता वही कहता है हमसे नहीं होगा और जो करने की इच्छा रखता है. वह हर संभव कार्य कर जाता है.
कबीरपंथी नाथूदास मानिकपुरी ने बताया कि पंथश्री के प्रवचन के पहले दिन में भजन कीर्तन का सिलसिला जारी रहा. सतगुरु की आरती में नवोदित वंशाचार्य उदितमुनि नाम साहेब, डॉ भानु प्रताप गुरु गोसाई समेत बड़ी संख्या में संत महंत शामिल हुए.
संत समागम 15 फरवरी से शुरू हुआ है. पहले दिन पुलवामा में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद दूसरे दिन 16 फरवरी को भी पंथ प्रकाशमुनि नाम साहेब का प्रवचन हुआ. मेले में बड़ी संख्या में देश-दुनिया से लोग पहुंचे हुए हैं भोजन भंडारा और मेला आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यह मेला आगामी 20 फरवरी तक जारी रहेगा.