कुमार इंदर, जबलपुर। एमपी में लगातार हो रही बारिश के चलते नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध के 21 में से 15 गेट खोल दिए गए हैं। नर्मदा नदी अपने रौद्र रूप में आ गई है। नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ने के चलते नदी के किनारे बने तमाम घाट डूब चुके हैं। इसके बाद भी नर्मदा के प्रति लोगों की आस्था में कहीं कोई कमी नहीं आई है। तमाम विपत्तियों के बीच भी टेंपरेरी व्यवस्था करके नर्मदा की महाआरती की जा रही है। जिसमें श्रद्धालु भी पहुंचकर मां नर्मदा का आशीर्वाद ले रहे हैं।
हमारे सरकारी सिस्टम को हादसों से सीख लेने की आदत सी पड़ गई है, जी हां यह बात हम इसलिए कह रहे हैं कि, बारिश के चलते नर्मदा नदी उफान पर है। नर्मदा नदी के तमाम घाट डूब चुके है। पानी सड़कों तक आ गया है लेकिन ग्वारीघाट पर लगने वाली तमाम दुकानें वहीं सड़कों पर लगाई गई है।
आलम यह है कि कई दुकानें बिल्कुल पानी की छोर तक लगाई गई है जिसके कारण चलने फिरने की भी जगह नहीं बची है। ऐसे में कोई हादसा हो जाता है तो, घाट तक पहुंचने के लिए जगह तक नहीं बची है, ना यहां तक एंबुलेंस पहुंच पाएगी ना ही अग्निशमन का दस्ता।
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