प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की सारी तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। देश के विभिन्न क्षेत्रों से साधु-संतों और बाबाओं के आने का सिलसिला शुरु हो गया है। श्री शंभु पंचायती अटल अखाड़ा और श्री तपोनिधि आनंद अखाड़ा ने मेले में प्रवेश कर लिया है। 13 जनवरी से भव्य तरीके से महाकुंभ मेले की शुरुआत होगी। महाकुंभ में इस बार करीब 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए है।

NSG ने संभाली सुरक्षा की कमान

इसी बीच महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। जिसके मुताबिक इस आध्यात्मिक आयोजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी NSG कमांडों को सौंपी गई है। महाकुंभ में 200 कमांडों तैनात किए जाएंगे। इनमें से 100 कमांडों ने मोर्चा संभाल लिया है। बाकी बचे कमांडो भी जल्द ही महाकुंभ की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा सीआरपीएफ व यूपी पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।

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महाकुंभ पर असमाजिक तत्वों की भी नजर है। जिनसे निपटने के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है। हाईटेक कैमरे और ड्रोन से महाकुंभ की निगरानी की जाएगी। हर चौके और चौराहों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। डीजीपी प्रशांत कुमार खुद महाकुंभ का मोर्चा संभाल रहे है। उन्होंने बताया कि ऐसे इनपुट्स मिल रहे है कि महाकुम्भ में साधु और नागा साधुओं की वेश में अपराधी और आतंकी मेले में प्रवेश कर सकते है। इसलिए पुलिस ने भी अपना प्लान बदल दिया है और अब नागा साधुओं और अन्य संतों के साथ उनकी ही वेशभूषा में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। जबकि अन्य स्थलों पर भी साधु का रूप धारण कर पुलिस के जवान गस्त करते रहेंगे।

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फेस रिकग्निशन कैमरे से निगरानी

वहीं उत्तर रेलवे के डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि पीटीजेड कैमरे के जरिए सन्दिग्ध जब कैमरे की जद में आएगा तो उन अराजक तत्वों को पहचानकर ये कैमरे तुरंत रेलवे प्रशासन को एक्टिव कर देंगे। प्रयागराज स्टेशन पर 140 कैमरे, फाफामऊ पर 110 और प्रयागराज घाट पर 42 कैमरे लगाने का काम प्रगति पर है। फाफामऊ और प्रयागराज घाट स्टेशन की कलर कोडिंग की जा रही है। जिससे कि महाकुम्भ के अस्तित्व के साथ आधुनिक रेलवे स्टेशन भी मैच कर सके।