प्रयागराज. IIT बाबा ने सद्गुरु रितेश्वर के शिविर में पहुंचकर आशीर्वाद लिया. इस दौरान आईआईटी बाबा अभय सिंह ने सद्गुरु रितेश्वर के साथ बैठकर बातचीत की. IIT बाबा ने बातचीत के दौरान कहा, मैं तो कुछ भी बोल सकता हूं, मेरा क्या? इससे पहले गुरुवार को सद्गुरु रितेश्वर ने IIT बाबा का समर्थन किया था.
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बता दें कि बीते दिन आईआईटी बाबा महाकुंभ से अचानक गायब हो गए थे. साधुओं का कहना था कि वे यहां नशे का सेवन करने लगे थे. जिसके बाद उन्हें जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी के पास भी ले जाया गया था. अभय सिंह की मानसिक स्थिति खराब होता देख जूना अखाड़े ने उन्हें आश्रम छोड़ देने की बात कही. जिसके बाद वे कहीं चले गए थे.
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इंजीनियर बाबा ने महाकुंभ छोड़ने के पीछे की वजह बताते हुए कहा था कि मड़ी आश्रम के संचालकों ने रात को मुझे वहां से जाने के लिए बोल दिया था. अब उनको लगा ये फेमस हो गया है. इसे कुछ पता चलेगा तो हमारे खिलाफ जाएगा, तो उन्होंने कुछ भी बोल दिया कि मैं वहां से गुप्त साधना में चला गया हूं. मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है. साधु-संत उनके बारे में अफवाह फैला रहे हैं. साथ ही यह भी कहा कि जनता मुझे राजा बनाएगी और मैं जनता के लिए काम करूंगा.
कौन हैं इंजीनियर बाबा
दरअसल, एक समय था जब अभय भारी डिप्रेशन में चले गए थे. उन्हें नींद भी नहीं आती थी. वे सोचने को मजबूर हो गए कि आखिर वे जीवन में कर क्या रहे हैं. इतना ही नहीं वे बचपन से ही घर से भाग जाना चाहते थे. इसलिए वे आगे की पढ़ाई के लिए मुंबई चले गए और वहां उन्होंने आईआईटी की. एयरोस्पेस की पढ़ाई की और इंजीनियर बने. कनाडा में लाखों रुपये पैकेज पर उन्होंने नौकरी भी मिल गई. लेकिन वे यहां भी परेशान होने लगे. फिर इसी परेशानी ने उन्हें घेर लिया कि वे जीवन में आखिर कर क्या रहे हैं. एक समय ऐसा भी आया कि उनके घरवाले ही उन्हें पागल कहने लगे. हालांकि इससे उन्हें कभी कोई फर्क नहीं पड़ा.
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