विक्रम मिश्र, महाकुंभ नगर। महाकुंभ 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में है। इसी बीच प्रदेश सरकार के प्रोटोकॉल अनुभाग ने एडवाइजरी जारी की है। महाकुम्भ में भीड़-भाड़ व सुरक्षा के मद्देनजर वीआईपी वीवीआइपी और अन्य गणमान्य व्यक्ति मुख्य स्नान पर्व और उसके आस-पास प्रयागराज आने से बचें। एडवाइजरी में कहा गया है कि 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा, 14 जनवरी मकर संक्रांति का पहला शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का दूसरा शाही स्नान 3 फरवरी को बसंत पंचमी का तीसरा शाही स्नान 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान पर्व है।

एडवाइजरी में कही ये बात

इस दौरान महाकुम्भ नगर प्रयागराज में भारी भीड़ होगी। जबकि सुरक्षा की अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ सकती है। ऐसे में अगर कोई विशिष्ट या अति विशिष्ट व्यक्ति आता है तो उसकी सुरक्षा और अन्य बंदोबस्त करने में दिक्कत हो सकती है। एडवाइजरी के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि 12 से 15 जनवरी 26 से 31 जनवरी 2 फरवरी से 4 फरवरी 11 से 13 फरवरी और 25 से 27 फरवरी तक प्रयागराज न आए।

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शाही स्नान की प्रमुख तिथियां

13 जनवरी 2025- पौष पूर्णिमा
14 जनवरी 2025- मकर संक्रांति
29 जनवरी 2025 – मौनी अमावस्या
3 फरवरी 2025- वसंत पंचमी
4 फरवरी 2025- अचला नवमी
12 फरवरी 2025- माघी पूर्णिमा
26 फरवरी 2025- महाशिवरात्रि

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भारत का सबसे बड़ा धार्मिक मेला

बता दें कि महाकुंभ मेला भारत का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है, जो हर 12 साल में एक बार प्रयागराज में आयोजित होता है। इसमें लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर आकर स्नान करते हैं। इस मेले के महत्व को देखते हुए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाती हैं।