प्रयागराज. महाकुंभ क्षेत्र में मची भगदड़ में मृतकों की संख्या सरकार की तरफ से हादसे के कई घंटों बाद जारी कर दिया गया है. मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई. जिसमें एक दरोगा अंजनी राय भी शामिल हैं. जिनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ड्यूटी लगाई गई थी. भगदड़ के दौरान वे फंसे श्रद्धालुओं को बाहर निकाल रहे थे. इसी दौरान उनकी तबियत बिगड़ी और जान चली गई. बहराइच पुलिस ने मामले की जानकारी परिजनों को दी है. बहराइच पुलिस प्रयागराज पुलिस से संपर्क कर रही है.
30 लोगों की हुई मौत
महाकुंभ क्षेत्र में मची भगदड़ में मृतकों की संख्या सरकार की तरफ से हादसे के 17 घंटे बाद जारी कर दिया गया है. डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए बताया कि, मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई. 60 लोग घायल हैं, जिनमें से 19 गंभीर रूप से घायल हैं. सभी घायलों का इलाज जारी है. भगदड़ के बाद कुल 90 लोगों को अस्पताल ले जाया गया था. मरने वालों में 25 लोगों की पहचान की जा चुकी है. 5 की पहचान की जा रही है. घटना की वजह बैरिकेड्स के टूटने को बताया है. कोई VVIP मूवमेंट नहीं था. आगामी बड़े पर्व या स्नान पर कोई VVIP मूवमेंट नहीं होगा. हालांकि, इस दौरान अधिकारी मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. विजय किरण आनंद बिना जवाब दिए निकल गए. प्रशासन की लापरवाही पर श्रद्धालुओं में आक्रोश देखने को मिल रहा है.
रात में मची थी भगदड़
महाकुंभ क्षेत्र में बीती रात 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई थी. शुरुआती जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और अन्य प्रशासनिक इकाइयां पहुंची और घायलों को अस्पताल ले जाया गया था. प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की थी है कि वे शांतिपूर्वक मेले में भाग लें और संयम बनाए रखें. सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं. प्रशासन का कहना है कि इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है.
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