प्रयागराज. महाकुंभ भगदड़ में मरने वाले लोगों को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने विवादित बयान दिया था. जिसको लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज भड़क उठे हैं. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, अगर मृत्यु को मोक्ष कहा जाए, तो फिर धीरेंद्र शास्त्री खुद क्यों नहीं मोक्ष प्राप्त कर लेते? अगर वे तैयार हों, तो हम धक्का देकर उन्हें भी मोक्ष दिलाने को तैयार हैं

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आगे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, मौत को मोक्ष बताना असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है. उनके लिए ऐसा बयान देना काफी सरल है. लेकिन उनके इस बयान से मरने वाले लोगों के परिजनों को और तकलीफ हो रही है. जिस तरीके से पैरों के नीचे कुचल-कुचलकर दम घुटकर जो बच्चे, महिलाएं, हमारी बहनें, भाई मरे हैं वो बेहद दुखदायी है.

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पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने क्या कहा था?

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने महाकुंभ भगदड़ को लेकर कहा था कि देश में हर दिन लोग मर रहे हैं. कुछ दवा के बिना मर रहे हैं, कोई स्वास्थ्य की व्यवस्था, कुछ हार्ट अटैक से मर रहे हैं. निश्चित यह घटना निंदनीय है और विचित्र है, पर यह महाप्रयोग है. मृत्यु सबकी आनी है, एक दिन मरना सबको है. जो गंगा किनारे मरेगा वह मोक्ष पाएगा. यहां कोई मरा नहीं है. असमय चले गए हैं तो दुख हुआ है, लेकिन उन्हें मोक्ष मिला है.