निलमराज शर्मा, पन्ना। कृष्ण जन्माष्टमी पर जुगल किशोर मंदिर में हंगामा करने के आरोप में पन्ना राजघराने की महारानी जीतेश्वरी देवी को जमानत मिल गई है। सीजीएम कोर्ट से निरस्त होने के बाद शनिवार शाम डीजे कोर्ट से जमानत मिली। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने बुंदेलखंड के आराध्यदेव श्री जुगल किशोर मंदिर में जन्माष्ठमी की आरती के दौरान हंगामा किया था। वे मंदिर के गर्भगृह में घुस गई थी और उन्होंने आरती को रोकने का भी प्रयास किया था। इतना ही नहीं उन पर पुजारियों के साथ भी अभद्रता करने का आरोप है।इस पूरे घटनाक्रम के बाद राजघराने की महारानी जीतेश्वरी देवी को पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में गिरफ्तार किया। महारानी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में पन्ना कोतवाली में मामला दर्ज हुआ है।

आज रात महारानी को जेल में काटनी होगी 

जमानत हो जाने के बाद भी आज रात महारानी को जेल में काटनी होगी। जेलर राजेन्द्र मिश्रा ने बताया कि जेल बंद हो चुकी है।अभी जमानत ऑर्डर हमारे पास नही आया। सुबह महारानी को जेल से रिहा किया जाएगा।

बेटे ने वीडियो जारी कर कहा- कृष्ण के सामने एक नारी को घसीटा गया

महारानी पुत्र यानी पन्ना महाराज छत्रसाल द्वितीय ने वीडियो जारी कर कहा कि ‘लोगों ने अभी एकतरफा कहानी सुनी और देखी है। उन्होंने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है। हमारी परंपरा को भंग करने के षड्यंत्र रचा गया। इसमें पहले तो मुझे मंदिर अंदर जाने से पुलिस प्रशासन ने रोका। फिर मेरी मां को चंवर डुलाने के दौरान मंदिर से घसीटा गया। यह बहुत गलत हुआ।’

भगवान कृष्ण के सामने एक नारी को घसीटा

पन्ना महाराज छत्रसाल द्वितीय ने कहा कि हमें पहले पुलिस प्रशासन ने मंदिर के बाहर रोक दिया। इसका पता हमारी मांसाब को चला। इसके बाद वह आई और मंदिर में जाकर परंपरा निभाई। उन्हें नहीं पता था कि चंवर कैसे डुलाते है। मंदिर में कहा जाना होता है, लेकिन मांसाब को पुजारियों ने घसीटा यह कोई नहीं देख रहा है, जबकि यह पूरा का पूरा अन्याय है। एक नारी को कृष्ण भगवान के सामने घसीटा गया है। अगर मुझे रोका नहीं जाता तो यह सब नहीं होता।

वीडियो में छत्रसाल द्वितीय ने कहा कि हम अपनी परंपरा निभाते और चले जाते, लेकिन पुजारियों और प्रशासन ने यह पूरा षड्यंत्र पहले रच लिया। उन्होंने कहा कि लोग किस परंपरा की बात कर रहे है, जो दो दिन पहले हल छठ के दिन टूट चुकी है। यहां दो चंवर निकाली गई, जिसमें एक हमें और मंत्री को दी गई थी।

यह पहली बार हुआ है। कभी दो चंवर नहीं निकाली जाती। यह अशुभ माना जाता है, लेकिन एक 17 साल के बच्चे को षडयंत्र का शिकार मनाया जा रहा है। मेरे पिता नहीं रहे, इसलिए यह सब हो रहा है। एक मां के सामने उसके बेटे के अधिकारों का हनन हुआ था। इसलिए वह नहीं देख पाई।

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