अब महाराष्ट्र सरकार ने भी जगहों और शहरों का नाम बदलने की राजनीति शुरू कर दी है। दरअसल, राज्य सरकार ‘औरंगाबाद’ शहर का नाम बदलने जा रही है। इसकी जानकारी शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में दी है। सामना में एक आर्टिकल में लिखा गया है कि पार्टी जल्द ही औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने वाली है। शिवसेना के इस ऐलान के बाद कांग्रेस ने इस कदम पर आपत्ति जताई है। जिससे राज्य सरकार के सहयोगी दलों के बीच आपस में ही सिर फुटौव्वल मच गया है।
गौरतलब है कि शिवसेना लंबे अरसे से औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग कर रही है। ये शिवसेना की पुरानी मांग है। शिवसेना इसके पहले भी नाम बदलने की कोशिश कर चुकी है। दरअसल, जब 1995 में महाराष्ट्र में शिव सेना-बीजेपी की गठबंधन सरकार सत्ता में आई थी तो मुख्यमंत्री मनोहर जोशी की कैबिनेट ने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने का प्रस्ताव पास कर दिया था, लेकिन उस प्रस्ताव को कोर्ट में चुनौती दे दी गई थी। तब ये मामला पहले हाईकोर्ट में गया फिर सुप्रीम कोर्ट में। अब शिवसेना ने सत्ता में आते ही फिर औरंगाबाद का नाम बदलने का ऐलान किया है। जिसके बाद कांग्रेस ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है।