मुंबई। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार), शिव सेना (उद्धव ठाकरे) गठबंधन के अच्छे प्रदर्शन ने एक बार फिर राज्य के राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव से पहले शिव सेना (एकनाथ शिंदे) गुट के छह विधायकों के फिर से पाला बदलने की खबर आ रही है. इसे भी पढ़ें : सफाई कर्मचारी, मजदूर, ट्रांसजेंडर…, नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए विशेष रूप से किए गए आमंत्रित…

बताया जा रहा है कि शिवसेना शिंदे गुट के 6 विधायक उद्धव ठाकरे गुट के संपर्क में हैं. इनके उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में ठाकरे गुट में शामिल होने की बात कही जा रही है. इसके साथ ही बताया जा रहा है कि अगर ये छह विधायक पाला बदल लेते हैं, तो शिंदे गुट के अन्य नेताओं की वापसी होने में भी ज्यादा देर नहीं लगेगी.

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शिव सेना ठाकरे समूह के विधायक सचिन अहीर ने एक न्यूज पोर्टल को बताया कि हमने यह दावा नहीं किया कि छह विधायक हमारे संपर्क में हैं. दरअसल, दिवाली के बाद से कई लोग हमसे संपर्क कर रहे हैं, इसलिए यह मुद्दा अब हमारे लिए खत्म हो चुका है. सचिन अहीर ने कहा कि हम अपने लोगों को विधानसभा लड़ाएंगे.

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अजित की बैठक से गैरहाजिर थे 5 विधायक

केवल शिंदे गुट में ही नहीं, बल्कि अजित पवार वाले एनसीपी में भी हलचल बताई जा रही है. गुरुवार को अजित पवार की बैठक से पांच विधायक अनुपस्थित थे. इन विधायकों की अनुपस्थित से कई सवाल खड़े हो गए हैं, जिनके बारे में अजित पवार गुट की ओर से प्रतिक्रिया आई है कि सभी विधायक उनके संपर्क में हैं.

लोकसभा चुनाव परिणाम से बढ़ी बेचैनी

बता दें कि शिंदे गुट ने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के साथ 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था. उनमें से केवल सात ही निर्वाचित हुए. वहीं आठ स्थानों पर हार मिली. इनमें शिंदे गुट को मौजूदा छह सांसदों के निर्वाचन क्षेत्रों में हार स्वीकार करनी पड़ी. शिंदे के विधायकों को इस बात का डर सता रहा है कि विधानसभा चुनाव में भी कहीं ऐसा ही हाल न हो जाए, ऐसे में ठाकरे समूह से संपर्क करना शुरू कर दिया है.