महाराष्ट्र। वर्धा में 7 दिन पहले जिंदा जला दी गई महिला प्रोफेसर की सोमवार तड़के सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई है. एक तरफा प्यार में शादीशुदा सिरफिरे आशिक ने बीच सड़क में महिला प्रोफेसर पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था. गंभीर रूप से झूलसी प्रोफेसर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही थी और आखिरकार आज उसने दम तोड़ दिया. बेटी की मौत से गुस्साए परिजनों ने आरोपी को उनके हवाले करने की मांग की है. पिता ने कहा है कि उनकी बेटी के कातिल को उन्हें सौंपा जाए वह उसे खुद सजा देंगे.
घटना महाराष्ट्र के वर्धा जिले के हिंगणघाट तहसील के नंदोरी चौक के पास की है. मृतक महिला प्रोफेसर का नाम अंकिता पिसुदे (24 वर्ष) है. वो पिछले सात महीने से वुमन कॉलेज में पढ़ा रही थी. आरोपी विकेश नागराले उससे एक तरफा प्यार करता था, जबकि वह पहले से शादीशुदा है और उसकी 4 महीने की बच्ची भी है. युवक ने महिला प्रोफेसर से अपने प्यार का इजहार कर दिया, लेकिन उसने मना कर दिया.
महिला प्रोफेसर के मना करने से खफा युवक ने 3 फरवरी को उस पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया था. वहां से गुजर रही स्कूल की बच्चियों ने उस पर पानी डालकर आग को बुझाया था. गंभीर हालत में झुलसी महिला टीचर को उप-जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. जहां डॉक्टरों ने उसे नागपुर के ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर रेफर कर दिया था. आज यही इलाज के दौरान सात दिन बाद उसकी मौत हो गई है.
डॉक्टर अनुप मरार ने बताया कि मरीज महिला प्रोफेसर को सुबह करीब 6.55 बजे मृत घोषित कर दिया गया है. मौत का संभावित कारण सेप्टिकमिक शॉक माना जा रहा है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस अधिकारियों को सौंप दिया गया है.
बता दें कि अंकिता का आरोपी विकेश नागराले (27 वर्ष) उसी के ही गांव का रहने वाला है. हालांकि घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. अभी वह जेल में बंद है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की विवेचना कर रही है.