रायपुर। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद भी राजनीतिक हलचल कम नहीं हुई है. ताजा घटनाक्रम में शिवसेना के साथ कांग्रेस और एनसीपी शनिवार को राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं. लेकिन इस बार भी बात सरकार बनाने की नहीं बल्कि प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करने को लेकर होगी.

एनसीपी के विधायक और प्रवक्ता नवाब मलिक ने मीडिया से चर्चा ेमें कहा कि भाजपा ने मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना को झुठला रही है. ऐसे में शिवसेना का सम्मान रखना हमारी जिम्मेदारी है. हमारी मंशा है कि सरकार में सभी दल शामिल हों. सरकार केवल बने ही नहीं बल्कि स्थिर रहे, इसके लिए जरूरी है कि कांग्रेस सरकार में आए. लेकिन कांग्रेस के नेता शिवसेना के साथ नहीं जाना चाह रहे हैं, वहीं कांग्रेस के स्थानीय नेता शिवसेना के साथ जाने को तैयार हैं.

नवाब मलिक ने शनिवार को राज्यपाल से तीनों दलों के प्रतिनिधिमंडल के मुलाकात करने की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन के बाद प्रशासनिक व्यवस्था ठप हो गई है. किसान नई फसल लेने की तैयारी में है, ऐसे में उनके सामने जो दिक्कत आ रही है, उसका हल करना जरूरी है. ठप पड़ी प्रशासनिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए शनिवार को दोपहर 3 बजे राज्यपाल से मुलाकात कर चर्चा की जाएगी.