रेखराज साहू महासमुंद- महासमुंद बस स्टैण्ड परिसर से चोरी हुई बस को पुलिस ने गरियाबंद के पांडुका से बरामद कर लिया. पूर्व कंडेक्टर ने वारदात को अंजाम दिया था. आरोपी बस को खपाने की तलाश में था. मुखबिर से सूचना मिलने के बाद गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने बताया कि 14 मई को सूचना मिली की बस स्टैण्ड परिसर महासमुंद में बस क्रमांक सीजी 04 ई/3312 को रात्रि 10 बजे खड़ी बस चोरी होने की सूचना मिली. इसके बाद महासमुंद पुलिस तत्काल वरिष्ठ अधिकारी को अवगत कराया. जिस पर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम को वाहन की पता तलाश कर आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया.

टीम ने बस स्टैण्ड की सीसीटीव्ही फुटेज लेकर खंगालना प्रारंभ किया. करीबन 8 घण्टे का फुटेज खंगालने पर एक संदिग्ध का धुंधला फुटेज मिला जो अर्धनग्न स्थिति में बस स्टैण्ड के आसपास लगभग रात्रि 1ः30 बजें भटकते हुए दिखा. सीसीटीव्ही फुटेज का अध्ययन किया तो पता चला की आरोपी फिंगेश्वर और राजिम की ओर बस लेकर गया है. पुलिस टीम ने फिंगेश्वर, राजिम, गरियाबंद के अपने मुखबिरों को एक्टिव किया.

कुछ समय बाद पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई की राजिम में रहने वाला एक युवक पूर्व में रायपुर से राजिम, गरियाबंद रूट में कण्डेक्टरी का कार्य कर चुका है. सीसीटीव्ही फुटेज से मिलता जुलता है. एक बस को कटिंग करने एवं बस के टायर को बेचने के लिए लोगो से सम्पर्क कर रहा है. पुलिस की टीम ने मुखबिरों को सक्रिय किया तो पता चला की वह युवक राजिम कुम्ही में अपने जीजा के घर छीपा हुआ है. टीम ने उसे उसके जीजा के घर में छापेमारी कर पकड़ लिया.

नाम पूछने पर उसने अपना नाम उकेन्द्र सिदार उर्फ लीमी पिता लैनसिंग (20) नेहरू घाट नयापारा राजिम जिला गरियाबंद बताया. पुलिस की टीम ने आरोपी से चोरी की बस कीमती 8 लाख रुपए बरामद कर लिया है. इस प्रकार पुलिस की टीम ने बस चोरी के इस मामले का लगभग 48 घण्टे अंदर पर्दाफाश कर दिया.