हकिमुद्दीन नासिर,महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में रसोइयों को 10 महीने से वेतन नहीं मिला है. जिसके चलते मजबूरी में उन्हें मध्याह्न भोजन बंद करना पड़ा है. रसोइया संघ ने बागबाहरा ब्लॉक के 93 मीडिल स्कूल, 278 प्राइमरी स्कूल में तालाबंदी कर मध्याह्न भोजन बंद कर दिया है. जिससे बागबाहरा ब्लॉक के 12 हजार बच्चों को मध्याह्न भोजन नहीं मिल रहा है. रसोइया संघ का कहना है कि सोमवार तक अगर वेतन नहीं मिला, तो जिले के सभी स्कूलों में मध्याह्न भोजन बंद हो जाएगा.
महासमुंद जिले में 3018 रसोइया कार्यरत है, जिन्हें 10 महीने से वेतन नहीं मिला है. बागबाहरा ब्लॉक में 600 रसोइयों ने स्कूलों के मध्याह्न भोजन कक्ष में ताला जड़ दिया है. जिससे बागबाहरा ब्लॉक के स्कूलों में मध्याह्न भोजन बंद है. रसोईयो का कहना है कि 1200 रूपए प्रति माह मिलना है, जो 40 रुपए प्रति दिन का होता है. वह भी 10 महीने से नहीं मिला है. जिससे काफी कठिनाई हो रही है. इसलिए तालाबंदी कर वेतन की मांग कर रहे हैं.
स्कूल के शिक्षक भी मध्याह्न भोजन बंद होने के बात को स्वीकार करते हुए उच्च अधिकारियों को जानकारी देने की बात कर रहे है. इस पूरे मामले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के. के. वर्मा का कहना है कि वेतन ऑनलाइन प्रक्रिया में है. रसोइयों को समझाइश देकर मध्याह्न भोजन चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है.
गौरतलब है कि रसोइयों को 10 महीने से वेतन नहीं मिला है. अगर यह प्रक्रिया शिक्षा विभाग समय रहते पूरा कर लेता, तो आज मध्याह्न भोजन बंद नहीं होता. जबकि रसोइयों को सबसे कम वेतन भी मिलता है, वो सही समय पर नहीं मिल पा रहा है. इसका खामिजाया बच्चों को भी भुगतना पड़ रहा है, उन्हें स्कूल में खाना नहीं मिलने से भूखे रहना पड़ रहा है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक