हाकिम नासिर,महासमुंद। महासमुंद में एक भाजपा नेत्री द्वारा पार्षद पद के साथ साथ स्वच्छ भारत अभियान के तहत ठेकेदारी कर आर्थिक लाभ लेने का मामला सामने आया है. इसका खुलासा एक दूसरे पार्षद ने आरटीआई के जरिए किया. आरोपों के घेरे में बीजेपी की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मीना वर्मा हैं. मीना वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने नियम विरुद्ध पुत्री और दूसरी महिलाओं के बने स्वयं सहायता समूह से शौचालय बनवाने का काम ले लिया और 40 लाख का भुगतान भई करा लिया. नगर पालिका के सीएमओ के मुताबिक ये काम नियम विरुद्ध है और इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी गई है.
पार्षद को मिला नियम विरुद्ध ठेका
दरअसल, स्वच्छ भारत मिशन का अभियान के तहत महासमुंद में नगर पालिका क्षेत्र में शौचालय बनाने का काम हो रहा है. यह काम अलग अलग समूहों को दिया गया है. इसमें से एक समूह है लक्ष्मी बाई बचत एवं साख समिति. इसकी अध्यक्ष वार्ड क्रमांक 7 की पार्षद और भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष मीना वर्मा हैं. उन्होंने 200 शौचालयों का निर्माण कराया और बदले में 40 लाख का भुगतान प्राप्त किया. यही नहीं, उनके पति के नाम से भी 50 शौचालय बने और उसका भी भुगतान करा लिया गया. इस बात की शिकायत कई पार्षदों ने की है. शिकायतकर्ता महेंद्र जैन की दलील है कि न. पा. नियम 83-84 के मुताबिक नगरीय निकाय का जन प्रतिनिधि ठेके का काम नहीं ले सकता.
निर्माण भी घटिया
महारानी लक्ष्मी बाई बचत एवं साख समिति के द्वारा निर्माण कराये गये शौचालय घटिया हैं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी गुणवत्ता ऐसी है कि तेज़ आंधी और बारिश में ये धराशायी हो जाएगा.
मीडिया से बात नहीं कर रही हैं आरोपी पार्षद
इस पूरे मामले में पार्षद मीना वर्मा से उनका पक्ष जानना चाहा तो पार्षद महोदया पहले तो गोलमोल बातें कर मीडिया को गुमराह करती रही, उसके बाद कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.
सीएमओ ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की
नगरपालिका के सीएमओ ने इसे नियम विरूद्ध बताया है. सीएमओ टॉमसन रात्रे का कहना है कि मामले से उच्च अधिकारी को अवगत करा दिया गया है.