दिल्ली. महाशिवरात्रि का पवित्र पर्व मंगलवार को है. इस दिन जो भक्त शिवजी की चार पहर की पूजा करते हैं, महादेव उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. महाशिवरात्रि का महापर्व 1 मार्च दिन मंगलवार को मनाया जाएगा. जानें महाशिवरात्र पर शिव की कृपा पाने की सरल विधि.

कैसे करें भगवान शिवजी को प्रसन्न 

  • महाशिवरात्रि पर किसी बड़े पात्र में धातु से बने शिवलिंग या मिट्टी से बने शिवलिंग की स्थापना करें.
  • महाशिवरात्रि पर चार पहर की शिव पूजा करनी चाहिए.
  • शिव पूजा में सबसे पहले मिट्टी के पात्र में पानी भरकर, ऊपर से बेलपत्र, धतूरे के पुष्प, चावल आदि एक साथ डालकर शिवलिंग पर चढ़ायें.
  • महाशिवरात्रि के दिन व रात में शिवपुराण का पाठ करना या सुनना चाहिए.
  • सूर्योदय से पहले ही उत्तर-पूर्व दिशा में पूजन-आरती की तैयारी कर लें.
  • कोई सामग्री उपलब्ध न होने पर केवल शुद्ध ताजा जल शिवजी को अर्पित करने पर प्रसन्न हो जाते हैं.

शास्त्रों के अनुसार, शिव को महादेव इसलिए कहा गया है कि वे देवता, दैत्य, मनुष्य, नाग, किन्नर, गंधर्व पशु-पक्षी व समस्त वनस्पति जगत के भी स्वामी हैं. इस दिन व्रत-उपवास रखकर बेलपत्र-जल से शिव की पूजा-अर्चना करके जौ, तिल, खीर और बेलपत्र का हवन करने से समस्त मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं.

महाशिवरात्रि पूजा का समय

  • पहले पहर की पूजा- 1 मार्च, 2022 शाम 6:21 मिनट से रात्रि 9:27 मिनट तक.
  • दूसरे पहर की पूजा- 1 मार्च रात्रि 9:27 मिनट से 12: 33 मिनट तक.
  • तीसरे पहर की पूजा- 1 मार्च रात्रि 12:33 मिनट से सुबह 3 :39 मिनट तक.
  • चौथे प्रहर की पूजा- 2 मार्च सुबह 3:39 मिनट से 6:45 मिनट तक.
  • व्रत पारण का शुभ समय- 2 मार्च, 2022 दिन बुधवार को 6 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.