भोपाल। आज 18 फरवरी है, दिन शनिवार और शिवरात्रि है। आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं. मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में महाशिवरात्रि पर भक्तों का तांता लग हुआ है. धार जिले में अधिष्ठाता बाबा धार नाथ के दर्शन के लिए महाशिवरात्रि के दिन अलसुबह से ही धारेश्वर स्थित मंदिर में भक्तों का लगा तांता लगा हुआ है. भक्त यहां दूध जल फल फूल बिल्वपत्र भांग अर्पित कर माथा टेक रहे हैं. इधर सतपुड़ा पर्वत श्रखला के तीसरे पर्वत पर भगवान शंकर सिंदूर से तिलक किया गया, वहीं प्रशासन की ओर से आज से पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया जा रहा है. भक्तों के सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए आयोजित मेले में पुलिस बल की भी तैनात किए गए है. वहीं नरसिंहपुर जिले के दीपेश्वर मंदिर और डमरू घाटी में सुबह से ही भोले बाबा का अभिषेक किया जा रहा है, जबकि हरदा जिले में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शहर के अलग अलग मंदिरों से भगवान भोलेनाथ की बारात धूमधाम से निकाली गई. पवित्र नगरी अमरकंटक में भी महाशिवरात्रि के दौरान पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया गया.

शिवालय में हर-हर महादेव मंत्रोच्चार

महाशिवरात्रि पर्व पर देश के विभिन्न शिवालयों में भारी संख्या में शिव भक्त दर्शन करने पहुंच रहे है. इसी कड़ी में धार जिले के बाबा धार नाथ के दर्शन करने भक्त भजन पूजन सामग्री के साथ बाबा के दरबार पहुंच रहे है. सुबह से ही श्रृद्धालु दूध, जल, फल और फूल बिल्वपत्र भांग अर्पित कर माथा टेक रहे है. भक्त शिवमय होकर हर-हर महादेव मंत्रोच्चार कर रहे है. बता दें कि प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के दौरानर शहर से नहीं, बल्कि आसपास के श्रद्धालु ग्रामीण भी बाबा धार नाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. कहा जाता है कि यह मंदिर राजा भोज के शासन काल का है. यह भी कहा जाता है कि किसी भी प्रकार की मनोकामना मंदिर में आकर मांगने पर पूरी हो जाती है.

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शिवलिंग पर सिंदूर से तिलक

वहीं नर्मदापुरम जिले में देश का एकमात्र ऐसा शिवालय है, जहाँ शिवलिंग पर सिंदूर से तिलक किया जाता है. इटारसी से 20 किलोमीटर दूर स्थित सतपुड़ा पर्वत श्रखला के तीसरे पर्वत पर भगवान शंकर का स्थान है. आज से यहां महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रशासन की ओर से पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया गया है. इस मेले में करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु देशभर से पहुँचने की संभावना जताई जा रही है. तिलकसिन्दूर को आदिवासियों के बड़े देव के नाम से भी पहचान जाता है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा में 100 पुलिस जवान मंदिर के आसपास तैनात किए गए है. अनसुबह से ही यहां श्रद्धालुओं की भीड़ तिलकसिन्दूर में भगवान भोले के दर्शन के लिए उमड़ रही है.

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खरगोन में चुनरी यात्रा

मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य चुनरी यात्रा निकाली गई. इस यात्रा में हजारों भक्तों ने हिस्सा लिया. तिरुपति बालाजी भक्त मंडल और खरगोन के कांग्रेस विधायक रवि जोशी की अगुवाई में हर हर महादेव के जयघोष के साथ यात्रा का शुभारंभ किया गया. भव्य चुनरी यात्रा में एक सुसज्जित बग्घी में संतो भी सवार थे. मां नर्मदा को एक हजार मीटर लंबी चुनरी चढ़ाने के बाद शालीवाहन मंदिर परिसर में पार्थिव शिव लिंग का निर्माण कर श्रद्धालु पूजन अर्चना किया जाएगा. यात्रा में साधु संतो के साथ हजारो महिलाए और युवतियां भी शामिल हुई.

खरगोन विधायक रवि जोशी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मां नर्मदा को चुनरी अर्पित किया गया. साथ ही शाली वाहन मंदिर में पार्थिव शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा करने के बाद विसर्जन किया जाएगा. धार्मिक आयोजन का उद्देश्य है क्षेत्र में इस वर्ष अच्छी बारिश और निमाड़ अंचल का विकास हो.

भगवान शिव का अभिषेक

नरसिंहपुर जिले में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सभी शिवालयों में आज सुबह से ही शिव भक्तों का भीड़ लगा हुआ है. जिले के दीपेश्वर मंदिर की बात हो या फिर डमरू घाटी की सभी शिवालयों में भगवान शिव का अभिषेक करने का सिलसिला जारी है. जबकि प्रसाद वितरण भी किया जा रहा है. संध्या के समय भगवान शिव के भजनों का कार्यक्रम रखा गया है. इस दौरान लाखों की संख्या में भक्त मंदिर पहुंचकर भगवान शिव की आराधना और अभिषेक कर पूजा अर्चना कर पुण्य कमा रहे है. स्थानीय लोगों का कहना है कि आज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था. इसी के चलते भोले बाबा और माता पार्वती के विवाह की वर्षगांठ के रूप में महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है.

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भोलेनाथ की बारात

हरदा जिले में इस पावन दिन में शहर के अलग अलग मंदिरों से भोलेनाथ की धूमधाम से बारात निकाली गई. शहर के गुप्तेश्वर मंदिर, पेडीघाट स्थित शंकर मंदिर, एलआईजी कॉलोनी में स्थित ओमकारेश्वर मंदिर सहित अन्य मंदिरों से बाबा की बारात डीजे, गाजे बाजे के साथ शहर में निकाली गई. इस दौरान शंकर पार्वती की सजीव झांकी आकर्षक का केंद्र बनी रही. इस साल पहली बार किन्नरों ने भोलेनाथ के बारात मे डांस किया. किन्नर माही भुआजी का कहना है कि जब हम शहर के लोगों की खुशी में शामिल होते है तो फिर जब हम सनातन हिन्दु धर्म से बिलांग करते है तो फिर हम इस नेक कार्यक्रम में शामिल क्यों ना हो. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहले भोपाल जाया करते थे.फिर सोचा की क्यू ना अपने हरदा में के कार्यक्रम में शामिल होया जाए. इसलिए शिव बारात में उनकी टीम शामिल हुई है और आगे भी होते रहेंगे.

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नर्मदा के कण-कण भगवान शंकर

अनूपपुर जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक में महाशिवरात्रि के दौरान पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. मेला अमरकंटक के सर्किट हाउस स्थित मैदान में लगाया जाता है. अमरकंटक में नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है. ऐसा माना जाता है कि नर्मदा के कण-कण में शंकर भगवान का वास होता है. इसी मान्यता के कारण महाशिवरात्रि के दौरान अमरकंटक में श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ती है. आज सुबह से ही नर्मदा उद्गम स्थल पर भक्तों का जनसैलाब देखा गया की भारी संख्या में भक्तगण दर्शन करने आए. साथ ही जिले भर में जगह-जगह मेले का आयोजन किया जा रहा है.

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