
मध्य प्रदेश में महाशिवरात्रि की धूम है. सुबह से मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा. कहीं भोलेनाथ की बारात निकाली गई. कहीं प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर साधू-संतों ने शाही स्नान किया. वहीं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी भोलेनाथ की भक्ति में लीन नजर आएं.
ग्वालियर. ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए पैदल ही निकल पड़े. हजीरा स्थित अपने घर से पैदल चलकर कोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे. अपने सहयोगी और श्रद्धालुओं के साथ ऊर्जा मंत्री ने करीब 10 किलोमीटर पैदल यात्रा कर कोटेश्वर महादेव के दर्शन किए. ऊर्जा मंत्री में कोटेश्वर महादेव का जलाभिषेक पूजन कर सुख शांति की कामना की.
रीवा में निकली भोलेनाथ की बारात
रीवा. शहर में धूमधाम से भगवान भोलेनाथ की बारात निकाली. 2023 में जहां 5100 किलो खिचड़ी बनाकर 50 हजार से ज्यादा भक्तों में बांटा गया था तो वहीं 2024 में देश का सबसे बड़ा नगाड़ा बनाने का विश्व रिकॉर्ड दर्ज कर अयोध्या में श्रीराम मंदिर को अर्पित किया गया था और अब 2025 में करीब 6 किलोमीटर की सबसे बड़ी बारात निकाली गई है. जो एक रीवा के इतिहास में एक कीर्तिमान है. बारात शहर के विभिन्न स्थानों से होते हुए पंचमठा धाम पहुंची. जहां शिव पार्वती का विवाह संपन्न हुआ. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ.
इस दौरान डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल भी बारात के शुभारंभ में पहुंचकर पूजा अर्चना की. उन्होंने कहा की रीवा की शिव बारात अब ऐतिहासिक बारात बन गई है. लोग हर वर्ष महाशिवरात्रि का इंतजार शिव बारात के लिए करते हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में लगातार मंदिरों का विकास हो रहा है. चाहे उज्जैन हो या वाराणसी. महाकुंभ में 60 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई. यह बताता है कि हमारा सनातन धर्म कितना मजबूत है.
बुंदेलखंड की प्राचीन मतंगेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों का सैलाब
खजुराहो. बुंदेलखंड का सबसे प्राचीन चंदेलकालीन मतंगेश्वर महादेव मंदिर में आज हजारों की संख्या में भक्त महादेव का जल अभिषेक करने के लिए पहुंचे. बुंदेलखंड में सैकड़ों वर्ष पुरानी शिव पार्वती विवाह परंपरा का आयोजन होता आ रहा है. जिसमें बुंदेली रीति रिवाज से तीन दिवसीय शिव पार्वती विवाहएक उत्सव के रूप में मनाया जाता है. बुंदेली परंपरा अनुसार पहले दिन मंडप, दूसरे दिन मायना और हल्दी की रश्म अदायकी होती है. जिसमें स्थानीय महिलाएं मंगल गीत गाती है. मेहंदी लगाती हैं. वहीं शिवरात्रि के दिन शिव पार्वती का भव्य बारात का आयोजन किया जाता है. शहर में भव्य बारात निकलती है.

वधु पक्ष बारातियों का स्वागत करते हैं. रात में भावर का आयोजन किया जाता है. महाशिवरात्रि की सारी रात विवाह की रश्म अदा, मंत्रों के साथ की जाती हैं. जिसमें वर पक्ष और वधु पक्ष अपनी अपनी रश्म निभाते हैं. बुंदेलखंड का सबसे प्राचीन महाशिवरात्रि मेले की शुरुआत आज के दिन से होती है. जहां बुंदेलखंड के ग्रामीण क्षेत्र से करीब 150 गांव से ग्रामीण आकर मतंगेश्वर महादेव के दर्शन करते हैं. जलाभिषेक करते हैं और मेला भ्रमण करते हैं.
जबरेश्वर महादेव की शाही सवारी निकली
देपालपुर. इंदौर के देपालपुर में आस्था का अनूठा नजारा देखने को मिला. जबरेश्वर महादेव की शाही सवारी और मंदिर जीर्णोद्धार संकल्प ने श्रद्धालुओं को नई ऊर्जा से भर दिया. वहीं 24 अवतार मंदिर महातीर्थ सहित विभिन्न शिवालयों में दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा. जबरेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर आज भव्य शाही सवारी निकाली गई. इस सवारी में हजारों की संख्या में शिवभक्तों ने भाग लिया और ‘हर-हर महादेव’ के जयकारे लगाए. शाही सवारी देपालपुर के प्रमुख मार्गों से होते हुए जबरेश्वर महादेव मंदिर पहुंची. जहां श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया.
प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर चित्रकूट में शाही स्नान
सतना. प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर चित्रकूट के साधू संतों ने मंदाकिनी नदी के रामघाट पर शाही स्नान किया. संत मदन गोपाल दास ने कहा कि महाकुंभ में ही यह चर्चा का विषय बना हुआ था कि सारे तीर्थ महाकुंभ के समय स्नान करने के लिए प्रयागराज जाते हैं. लेकिन चित्रकूट कभी प्रयागराज नहीं जाते हैं. तब हम लोगों के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि हम लोग चित्रकूट में ही शाही स्थान का बृहद आयोजन कर सारे विश्व को संदेश दें. साथ ही हम लोग यह भी देख रहे हैं कि देश के छत्तीसगढ़ में राजिम की तरह कई जगह लोग कुंभ की तरह आयोजन करने लगे हैं. कुंभ संतों की ही बनाई हुई परंपरा है. चित्रकूट में भी प्रयागराज की तरह तीन नदियों मंदाकिनी, पैस्वानी और सरयू का संगम है. इसलिए इस प्रकार का आयोजन किया गया है.
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें