स्पोर्ट्स डेस्क- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज भी खत्म हो गई है, जहां टीम इंडिया ने वनडे सीरीज भी 2-1 से  अपने नाम कर ली है. वनडे सीरीज में जहां कोहली और रोहित ने शतकीय पारी खेली, तो वहीं दूसरी ओर एम एस धोनी ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने सीरीज में शतक तो नहीं लगाया, लेकिन तीनों ही मैच में अर्धशतकीय पारी खेली, और सीरीज के बाकी के जो दो मैच टीम इंडिया ने जीते हैं उसमें अपना अहम योगदान दिया.

 मेलबर्न में माही का कमाल

 मेलबर्न वनडे मैच में एम एस धोनी ने शानदार नाबाद 87 रन की पारी खेली, अपनी इस पारी के लिए धोनी ने 114 गेंद का सामना किया, जिसमें 6 चौके भी लगाए. और एक बार फिर से टीम इंडिया की जीत में अहम रोल अदा किया.

 सीरीज में लगातार तीन हाफ सेंचुरी

 एम एस धोनी ने तीन मैच की वनडे सीरीज में कमाल की बल्लेबाजी की, और तीनों ही मैच में अर्धशतक लगाया, धोनी ने सीरीज के पहले वनडे मैच में 96 गेंद में 51 रन की पारी खेली, हलांकि इस मैच में टीम इंडिया हार गई, और धोनी के इस धीमी पारी के लिए उनकी जमकर आलोचना भी हुई, लेकिन सीरीज के दूसरे वनडे मैच में माही ने न केवल अर्धशतक जमाया, बल्कि टीम की जीत में अहम योगदान दिया, सीरीज के दूसरे वनडे मैच में जो कि एडिलेड में खेला गया धोनी ने 54 गेंद में 55 रन की नाबाद पारी खेली, जिसकी जमकर तारीफ हुई, और फिर सीरीज के तीसरे वनडे मैच में एम एस धोनी ने 87 रन की नाबाद पारी फिर से खेल दी, और टीम की जीत में अहम योगदान दिया। और सीरीज के तीनों ही मैच में अर्धशतक लगाने का कारनामा किया, इससे पहले माही ने साल 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार तीन अर्धशतक लगाए थे.

 कंगारूओं के खिलाफ 1 हजार रन

सीरीज के तीसरे वनडे मैच में एक हजार रन पूरे करने के साथ ही एम एस धोनी अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक हजार रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं, धोनी से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन तेंदुलकर ने 1491 रन बनाए हैं, विराट कोहली 1154 रन बनाए हैं, और रोहित शर्मा 1328 रन बनाए हैं.

आलोचकों को करारा जवाब

 इस सीरीज से पहले आगामी वर्ल्ड कप को लेकर एम एस धोनी आलोचकों के निशाने पर थे, और हर मैच में उनकी बल्लेबाजी को लेकर कड़ी आलोचना हो रही थी, सीरीज के पहले वनडे मैच में ही माही की धीमी पारी को लेकर आलोचकों ने उन्हें निशाने पर ले लिया था, लेकिन जिस तरह से अब सीरीज के बाकी के दो मैच में माही ने जबरदस्त पारियां खेलीं, टीम की जीत में अहम योगदान दिया, मैन ऑफ द सीरीज बने, आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है.