रोहित कश्यप, मुंगेली. जिले को महिला अपराध मुक्त बनाने के उद्देश्य से आज से ठीक एक साल पहले मुंगेली एसपी पारुल माथुर ने पहल करते हुए रक्षा टीम व महिला कमांडो टीम का गठन किया था. एसपी के नेतृत्व में गठित दोनों टीमों ने न केवल साल भर में सामाजिक कुरीतियों व महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर रोक लगाने में बहुत हद तक कामयाबी पाई है, बल्कि मुंगेली शहर पर लगे देह व्यापार का कलंक को भी हटाने में कामयाबी पाई है.

रक्षा टीम ने साल भर में 97 स्कूलों के 16 हजार स्कूली बच्चों को गुड टच व बेड टच की जानकारी देते हुए बेहतर काम किया, वहीं टीम ने जिले भर में घूम-घूम कर महिलाओं की सुरक्षा कवच के रूप में काम किया और आवारा मजनुओं तथा महिलाओं पर करने वाले अत्याचारों को सबक सिखाया. वहीं एसपी के नेतृत्व में गठित 100 सदस्य से शुरुआत की गई महिला कमांडो की टीम आज की तारीख में करीब 4 हजार महिला कमांडो की फौज है. महिला कमांडो टीम ने अवैध शराब की बिक्री करने वालों और मनचलों को भी खूब मज़ा चखाया. सबसे बड़ी बात यह है कि इस टीम की महिलाएं रात-रात में मुंगेली शहर के चौक-चौराहों में हाथों में मशाल लेकर निकलती हैं, जिसकी वजह से मुंगेली के माथे से देह व्यापार नाम का कलंक पूरी तरह से हट गया.

बता दे रक्षा टीम की प्रभारी कविता धुर्वे हैं, जो वर्तमान में लोरमी थाना की भी प्रभारी हैं. इनके नेतृत्व में टीम एसपी के निर्देशन में बेहतर कार्य कर रही हैं. वहीं महिला अपराध मुक्त शहर के ब्रांड अम्बेषडर साजिद खान का इस अभियान में महत्वपूर्ण योगदान है.

एसपी पारुल माथुर ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा कि यह दोनों टीम पुलिस के महत्वपूर्ण अंग हैं, जिनके बदौलत महिलाओं पर होने वाले अपराधों में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा कि 100 महिलाओं की टीम से शुरूआत महिला कमांडो में बढ़-चढ़कर महिलाओं ने हिस्सा लिया है. आने वाले समय में टीम की संख्या में और भी बढ़ोत्तरी होगी, जो कि महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर काफी हद तक रोक लगाने में मददगार साबित होगी.