Mahindra ने हाल ही में Q4 के रिजल्ट पेश किए हैं. इस तिमाही ऑटोमोटिव और फार्म सेक्टर सेगमेंट में मजबूत प्रदर्शन की वजह से कंपनी का प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (PAT) 4 फीसदी बढ़ गया है. मार्च तिमाही में महिंद्रा का PAT 2,754 करोड़ रुपये रहा. इसके साथ ही कंपनी ने खुलासा किया कि उसके पास 2.20 लाख से ज्यादा लंबित ऑर्डर पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं.

महिंद्रा ने बताया कि उसे स्कॉर्पियो-N और क्लासिक मॉडल के लिए प्रति माह औसतन 17,000 बुकिंग प्राप्त होती हैं. हालांकि, कंपनी स्कॉर्पियो-N पर पेट्रोल और डीजल दोनों वैरिएंट के लिए वेटिंग पीरियड को 9 महीने से घटाकर 3 से 5 महीने करने में कामयाब रही है.

स्कॉर्पियो क्लासिक का वेटिंग पीरियड
महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक के लिए वेटिंग पीरियड अधिकतम 5 महीने है. महिंद्रा ने स्कॉर्पियो-N और क्लासिक मॉडल के बीच पेंडिंग ऑर्डरों के सटीक विभाजन का खुलासा नहीं किया है. महिंद्रा थार और XUV700 के क्रमशः 59,000 और 16,000 टूनिट ऑर्डर पेंडिंग हैं.

प्रोडक्शन में आई तेजी
पिछले कुछ महीनों में महिंद्रा ने ऑर्डर बैकलॉग को कम करने के लिए उत्पादन में तेजी लाई है. इससे ये आंकड़ा फरवरी 2024 में 2.26 लाख यूनिट से घटकर 1 मई तक 1.70 लाख यूनिट हो गया.

महिंद्रा ने बताया है कि उसे हर महीने लगभग 48,000 बुकिंग मिलती हैं, जबकि बिलिंग लगभग 42,000 यूनिट प्रति महीने होती है. ऑटोमेकर ने यह भी बताया कि वह हर महीने थार की लगभग 7000 यूनिट और उसके बाद XUV700 की लगभग 8000 यूनिट बेचती है. हर महीने बोलेरो लाइनअप की लगभग 9500 यूनिट्स बिकती हैं, जबकि इसकी सबसे ज्यादा बिकने वाली स्कॉर्पियो रेंज 17000 यूनिट्स प्रति महीने है.