पटना। महुआ विधानसभा सीट पर जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों के बाद हार स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी हार में भी जनता की जीत छिपी हुई है। उन्होंने जनता के प्यार, विश्वास और आशीर्वाद को अपनी सबसे बड़ी पूंजी बताते हुए कहा कि यह संदेश साफ है कि बिहार में अब राजनीति परिवारवाद की नहीं, बल्कि सुशासन और विकास की होगी।

हर तूफान में स्थिर रखा

तेज प्रताप यादव ने कहा महुआ ने जो ऐतिहासिक प्रेम और असीम विश्वास दिया है 35,703 वोट—बिना किसी दल के, बिना किसी स्टार प्रचारक के और बिना किसी बड़े नाम के सहारे। यह सिर्फ आंकड़ा नहीं है, बल्कि जनता का स्नेह और विकास पर मुहर है। उन्होंने यह भी कहा कि कठिन परिस्थितियों और राजनीतिक साजिशों के बावजूद जनता के समर्थन ने उन्हें हर तूफान में स्थिर रखा।

खुशहाली के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे

उन्होंने जनता से किया वादा किया कि वे महुआ के विकास, सम्मान और खुशहाली के लिए हमेशा समर्पित रहेंगे। तेज प्रताप ने यह भी कहा कि बिहार ने साफ संदेश दे दिया है कि अब राजनीति पारिवारिक हितों की नहीं, बल्कि शिक्षा, सुशासन और विकास की होगी। हमारी हार में भी जनता की जीत है। हम इसे जनादेश के रूप में स्वीकार करते हैं।

जनता के विश्वास का परिणाम बताया

तेज प्रताप यादव ने यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व बीजेपी और NDA गठबंधन की रणनीति और जनता के विश्वास का परिणाम बताया। उन्होंने NDA की एकता को बिहार में सफलता का मुख्य कारण बताया और कहा कि गठबंधन की सभी पांच पार्टियों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा।

कभी कम नहीं कर सकती

उन्होंने अपने समर्थकों से अपील करते हुए कहा कि उनके दरवाजे हमेशा जनता के लिए खुले रहेंगे और हार या जीत उनके सेवा भाव को कभी कम नहीं कर सकती। उन्होंने युवा शक्ति, मातृशक्ति और महुआवासियों का दिल से धन्यवाद किया और भरोसा दिलाया कि जनता की आवाज बनकर वे और मजबूती से लौटेंगे।

ईमानदारी ही असली सफलता

तेज प्रताप यादव ने स्पष्ट किया कि हार और जीत अलग बातें हैं, लेकिन प्रयास और जनता के प्रति ईमानदारी ही असली सफलता हैं। उन्होंने महुआवासियों के साथ किए गए अपने वादों को पूरा करने का संकल्प दोहराया और कहा कि बिहार में सुषासन की सरकार का सम्मान किया जाएगा और जनता के हित में हर कदम उठाया जाएगा।