रवि गोयल, जांजगीर-चांपा. जिले की सक्ती पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोयला तस्करी के मुख्य आरोपी सुनील शुक्ला पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया. साथ ही कोयले के अवैध कारोबार में प्रयुक्त जेसीबी वाहन भी थाने पहुंचने से पहले रास्ते से गायब हो गया.
जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती क्षेत्र में चल रही कोयले की अफरा-तफरी पर आज पुलिस ने कार्यवाही करते हुए करीब 100 टन कोयला जब्त किया है. कोयले की कीमत करीब सवा चार लाख रुपया बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक कोयला टीआरएन एनर्जी कंपनी का है, जो कोरबा जिले से रायगढ़ जिले की ओर जा रहा था, मगर रास्ते में ट्रक कोयला तस्करों के हाथ लग गया, और ट्रक के ड्राइवर से सांठगांठ करके कोयला चोरी करने लगे. जिसकी जानकारी कंपनी के अधिकारियों को लगी और अधिकारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया.
मामले की जानकारी सकती थाने में दी गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. आरोपी सुनील शुक्ला और जेसीबी को कब्जे में लेकर थाने की ओर रवाना किया गया. मगर आरोपी शुक्ला ओर जेसीबी दोनों रास्ते से गायब हो गए. वहीं पुलिस की इस लापरवाही के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी अब सवाल उठने लग गए है. फिलहाल पुलिस ने एक आरोपी तिहारू राम को गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी शुक्ला एवं अन्य आरोपियो के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच में लिया है.
सक्ती थाना प्रभारी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह कोयले की अफरा-तफरी की शिकायत मिलने पर सक्ती के ग्राम मसनियकला में पहुंच कर जांच की गई, जहां से भारी मात्रा में कोयला जब्त किया गया है. मामले में तीन आरोपी के खिलाफ धारा 379, 406, 411, 34 एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. एक आरोपी तिहारू राम को गिरफ्तार किया गया है एवं अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
सक्ती के मसनियकला में वर्षों से चल रहा है कोयले का अवैध कारोबार
सक्ती थाना क्षेत्र के ग्राम मसनियकला में वर्षों से कोयले का अवैध कारोबार चल रहा है, जिसकी जानकारी पुलिस विभाग को भी है. मगर पुलिस विभाग के द्वारा कभी इस कोयले के अवैध कारोबार को रोकने की कोशिश नहीं की, जिसके कारण कोयला तस्करों के हौसले ओर बुलंद हो चुके हैं. जिले की पूर्व एसपी के कार्यकाल में लगातार छापामार कार्यवाही कर इस अवैध कारोबार को बंद करा दिया गया था, मगर अब पुलिस विभाग की उदासीनता ने फिर से इस अवैध कारोबार को खड़ा कर विकराल रूप दे दिया है.
सक्ती नगर के नामचीन चेहरे इस काले कारोबार के पीछे
कोयले के इस काले कारोबार में सक्ती शहर के कई बड़े नामचीन चेहरे भी शामिल है, जिनके संरक्षण में वर्षों से सक्ती नगर के आस-पास ग्रामीण इलाकों में कोयले का यह अवैध कारोबार धड़ल्ले से फल फूल रहा है. वहीं अपनी पहुंच बड़े नेता मंत्री तक बताकर जिम्मेदारों को भी अपनी धौंस दिखाकर चुप करा देते हैं. आज की हुई कार्यवाही ने सारी बातें स्पष्ट कर दी है कि अब सक्ती नगर में जिम्मेदारों से ज्यादा पहुंच बताने वालों का सिक्का चलता है.