सुप्रिया पांडेय, रायपुर। जागरूकता में कमी की वजह से महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं. महिलाओं को वक्त रहते इसकी जानकारी हो और इलाज भी सही समय पर मिले. इस उद्देश्य के साथ बालको मेडिकल सेंटर की ओर से एशियन सोसाइटी ऑफ मास्टोलॉजी ‘असोमाकॉन 2021’ का 5वां अंतर्राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है.

राजधानी के होटल में 12 से 14 नवंबर तक होने वाला यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन छत्तीसगढ़ में स्तन देखभाल पर हो रहे पहला आयोजन में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय वैज्ञानिक निकायों की सक्रिय भागीदारी है. सम्मेलन को लेकर असोमा के अध्यक्ष डॉ. चिंतामणी ने कहा कि इस सम्मेलन का मूल उद्देश्य ब्रेस्ट कैंसर के संबंध में लोगों को जागरूक करना है, अगर कैंसर की पहचान होती है तो सही समय पर उसका बेहतर इलाज कैसे हो ये भी जरूरी है. यदि हम सात्विक जीवन जीते हैं, तो कैंसर की बीमारी से काफी हद तक बच भी सकते हैं.

डॉ. चिंतामणी ने कहा कि ऐसा भी नहीं की कैंसर पूरी तरह से खत्म हो गया हो, कुछ बीमारियां वंशानुगत भी होती है, जिस पर स्टडी की जा रही है. सामूहिक चर्चा भी की जा रही है कि यदि किसी को कैंसर हुआ तो उसे किस तरह से सुविधाएं उपलब्ध हो सके. सबसे ज्यादा समस्या तब होती है, जब महिला गर्भवती हो और उसे कैंसर हो. ऐसे में महिला का व्यवहार भी बदल जाता है, जिसे पहचानने की जरूरत है. बता दें कि बालको मेडिकल सेंटर पिछले 3 वर्षों से मध्य भारत में कैंसर के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है. लगातार नवीन उपचार के तरीके भी लाए जा रहे है. जो पूर्व में मेट्रों शहरों के कुछ केन्द्र तक ही सीमित थे.