सरगुजा। जिले के मैनपाट इलाके के जनपद पंचायत में पदस्थ सीईओ समुद्र साय इन दिनों काफी परेशान है। उनकी परेशानी का सबब बना है उनके कार्यालय में कार्यरत एक चौकीदार सत्येन्द्र कुमार। सत्येन्द्र कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा है।

खत में लिखी बातें ही अब सीईओ साहब के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है दरअसल सत्येन्द्र ने अपनी निजी जिंदगी की विरह वेदना का हवाला देते हुए पीएम को खत लिखा है। इस खत के बाद पीएमओ ने सीईओ से जवाब-तलब किया है। वो चिंतित हैं कि आखिर चौकीदार के दुख को कैसे दूर किया जाए।

यह लिखा है खत में

सत्येन्द्र ने अपने खत में लिखा है कि उसके घर में माता-पिता सहित कुल 12 सदस्य है और वह वर्ष 2012 से जनपद पंचायत में चौकीदारी कर रहा है। उसका कहना है कि वह फिलहाल दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी है।

उसने कई बार अपने उच्चाधिकारियों से खुद को नियमित करने और रात्रिकालीन पाली को बदलने की गुहार लगाई है, लेकिन किसी ने उसकी गुहार पर गौर नहीं किया है। सत्येन्द्र ने मोदी को दयानिधि, दया के सागर जैसा संबोधन देते हुए लिखा है कि उसकी रात्रिकालीन पाली के चलते पति-पत्नी के बीच जो विरह वेदना उपजी है उससे उसकी जिंदगी कष्टप्रद हो गई है।

नौकरी करने से पहले समझना चाहिए था

इस मामले में जब जनपद सीईओ समुद्र साय से बात की गई तो उन्होंने पीएमओ से चिट्ठी मिलने की बात से इंकार किया है।  www.lalluram.com से बातचीत में उन्होंने कहा कि सत्येन्द्र  कुमार को यह बात समझनी चाहिए कि वह एक चौकीदार है और उसका काम रात को चौकीदारी करना ही है। उसे नौकरी करने से पहले यह सब सोचना चाहिए था।