रायपुर. राजधानी में मंगलवार शाम को नशे के कारोबारियों पर छापामार कार्रवाई की गई. शहर के वीआईपी रोड इलाके में अवैध रुप से संचालित हुक्‍का बार सेंटरों पर दबिश दी गई. हुक्का बार सेंटरों की संख्या 7 से अधिक बताई जा रही है. सिविल लाइन सीएसपी त्रिलोक बंसल के नेतृत्‍व में 46 चालानी कार्रवाई की गई तथा 15 हजार रुपए की जुर्माना राशि वसूला किया गया. छापामार कार्रवाई में धुआं उड़ाने के सामान जब्‍त किया गया. नशे करने वाले युवाओं को समझाइश देकर छोड़ दिया गया.

दरअसल, उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) की जिला स्‍तरीय टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए नशे के ठिकानों पर दबिश दी. टीम में एनटीसीपी के जिला नोडल डॉ एसके सिंहा, जिला काउंसलर अजय कुमार बैस, जिला सलाहकार सृष्टि यदु, सोशल वर्कर नेहा सोनी, ड्रग इंस्पेक्टर डॉ टेकचंद, ड्रग इंस्पेक्टर सुरेश कुमार साहू, जिला पुलिस बल के जवान और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने संयुक्‍त रुप से कार्यवाही अभियान चलाकर जुर्माना वसूल किया गया.

हुक्‍का बार सेंटरों उपयोग किए जाने वाले तंबाकू उत्‍पाद के सेम्‍पल जब्‍त कर खाद्य एवं औषधीय प्रशासन विभाग के लैब में जांच के लिए भेज दिया गया. वहीं कैफे और रेस्‍टोरेंट संचालकों को जुर्माने के साथ चेतावनी दी गई है कि भविष्‍य में इस तरह की नशे के कारोबार संचालित होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि राजधानी में तंबाकू नियंत्रण के फ्लाइंग स्क्वायड की तर्ज पर टीम गठित की गई है. स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम ने सितंबर महीने में ही दूसरी बार ताबड़तोड़ कार्यवाही तेज कर दी है जिससे हुक्‍का बार संचालकों में हड़कंप मचा गया है.

इन हुक्‍का बारों से वसूला गया जुर्माना

नोडल अधिकारी डॉ सिन्हा ने बताया कि  देर रात तक चली कार्रवाई में जिसमें द स्‍काई लॉज एंड कैफे में 2000 रुपए, पान चौपाल में 800 रुपए, महफिल रेस्‍टरों में 1200 रुपए, एचटूओ कैफे में 2000 रुपए, थ्री किंग लॉज में 600 रुपए, द लिविंग रुम कैफे में 2000 रुपए सहित अन्य रेस्टोरेंट में चालानी कार्रवाई में 15000 रुपए जुर्माना लगाते हुए सख्त हिदायत दी गई है.

हुक्‍का के तंबाकू में 70 खतरनाक रसायन

एनटीसीपी के जिला नोडल अधिकारी डॉ एसके सिंहा ने बताया, तंबाकू के धुएं में हजारों रसायन पाए जाते हैं, जिनमें कम-से-कम 70 रसायन कैंसर के कारक होते हैं. तंबाकू के धुंए में पाए जाने वाले रसायन में निकोटीन, हाइडोजन साइनाइड, सीसा, आर्सेनिक, टार, अमोनिया, कार्बन मोनो ऑक्‍साइड जैसे खतरनाक रासायनिक यौगिक तंबाकू में पाए जाते हैं, जिसका उपयोग से युवाओं में नशे की लत लग जाती है. इससे गंभीर और घातक हृदय और फेफड़ों का कैंसर का कारक होता है.