दिल्ली के पहले डबल-डेकर पुल के निर्माण में अटकी एक प्रमुख बाधा पिछले सप्ताह दूर हो गई। मामले से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) को उन कई पेड़ों को काटने और दूसरी जगह प्रत्यारोपित करने की अनुमति मिल गई है, जो फ्लाईओवर के रैंप के निर्माण में बाधा बन रहे थे। यह 1.4 किलोमीटर लंबा डबल-डेकर पुल भजनपुरा और यमुना विहार मेट्रो स्टेशनों के बीच बनाया जा रहा है। यह परियोजना मौजपुर से मजलिस पार्क तक पिंक लाइन कॉरिडोर के विस्तार का हिस्सा है।
हालांकि, इस पुल का निर्माण दो साल से अधिक समय से रुका हुआ था, क्योंकि DMRC को निर्माण पूरा करने के लिए पेड़ों की कटाई व प्रत्यारोपण की मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। अनुमति मिलने के बाद अब परियोजना के तेजी से आगे बढ़ने की उम्मीद है। परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि DMRC ऐसे तीन डबल-डेकर पुलों का निर्माण कर रही है, लेकिन उम्मीद है कि यह पुल सबसे पहले पूरा होगा, और संभवतः अगले वर्ष के मध्य तक तैयार हो जाएगा। अधिकारी ने कहा, “दो साल से ज्यादा समय से काम रुका हुआ था, क्योंकि फ्लाईओवर के रास्ते में कई पेड़ आ रहे थे। हालांकि, पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं मिल पा रही थी।”
DMRC के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि भजनपुरा और यमुना विहार के बीच डबल-डेकर सेक्शन का मेट्रो हिस्सा फिलहाल ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार है, लेकिन डबल-डेकर पुल के सड़क वाले हिस्से (फ्लाईओवर) का रैंप अब तक पूरा नहीं हो सका था। दयाल ने कहा, “पेड़ काटने की अनुमति पिछले सप्ताह ही मिली है, और DMRC बचे हुए हिस्से का निर्माण पूरा करने के लिए PWD (लोक निर्माण विभाग) के साथ समन्वय कर रहा है।”
DMRC इसके अलावा दो और डबल-डेकर पुलों का निर्माण कर रहा है, जो फेज-4 के तहत बन रहे शेष दो कॉरिडोर का हिस्सा हैं।
1. मैजेंटा लाइन विस्तार (जनकपुरी पश्चिम–आरके आश्रम कॉरिडोर)
इस परियोजना के तहत 2.2 किलोमीटर लंबा डबल-डेकर फ्लाईओवर आज़ादपुर और अशोक विहार स्टेशनों के बीच बनाया जा रहा है। यह जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम तक की मैजेंटा लाइन विस्तार परियोजना का हिस्सा है।
2. गोल्डन लाइन कॉरिडोर (एयरोसिटी–तुगलकाबाद)
दूसरा डबल-डेकर पुल 2.4 किलोमीटर लंबा है और संगम विहार तथा अंबेडकर नगर स्टेशनों के बीच बन रहा है। यह गोल्डन लाइन कॉरिडोर (एयरोसिटी–तुगलकाबाद) का हिस्सा है।
अनुज दयाल ने बताया कि मैजेंटा लाइन विस्तार के फ्लाईओवर में लगभग 70% नींव का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि पियर (स्तंभ) निर्माण भी अंतिम चरण में है। रैंप और डेक स्लैब (ऊपरी सतह) का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि गोल्डन लाइन फ्लाईओवर पर भी करीब 85% नींव का काम पूरा हो चुका है। “वहाँ पाइल (नींव के खंभे) और पाइल कैप्स (खंभों के सिरे) से संबंधित 85% से अधिक काम पूरा हो गया है। वर्तमान में डेक स्लैब का निर्माण जारी है,” दयाल ने बताया।
DMRC अपने फेज-4 विस्तार के तहत छह कॉरिडोर में लगभग 103 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइनें विकसित कर रहा है। वर्तमान में तीन कॉरिडोर जनकपुरी पश्चिम–आरके आश्रम मार्ग (मैजेंटा लाइन विस्तार), मजलिस पार्क-मौजपुर (पिंक लाइन विस्तार) और एयरोसिटी–तुगलकाबाद (नई गोल्डन लाइन)-निर्माण के अंतिम चरण में हैं। इनमें से पिंक लाइन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, हालांकि यह कॉरिडोर अभी संचालन के लिए शुरू नहीं किया गया है।
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