हेमंत शर्मा, रायपुर। राजधानी पुलिस ने शुक्रवार को नशीली दवाई मामले में मेडिकल संचालक राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, दिसंबर में मौदहापारा पुलिस ने नशीली दवाईयों पर बडी कार्रवाई करते हुए 50 पेटी कोडिन युक्त कफ सिरप जब्त कर अपराध दर्ज किया था. अपराध में शामिल चौहान मेडिकल स्टोर दुर्ग के संचालक अजय चौहान एवं अमलेश्वर स्थित कोर बायोटेक के संचालक अतिशोर कुमार को आरोपी बनाया गया था. केस दर्ज होने के बाद से ही दोनों आरोपी लगातार फरार चल रहे थे. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार पतासाजी की जा रही थी.

दोनों आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थाना मौदहापारा की टीम द्वारा दिल्ली, धमतरी एवं अन्य स्थानों पर दबिश दी गई. मामले के आरोपी अजय चौहान ने उच्च न्यायालय बिलासपुर से अग्रिम जमानत प्राप्त कर थाना मौदहापारा में जमानत मुचलका लेने उपस्थित हुआ. आरोपी अजय चौहान अपने बयान में बताया कि वह माह जून 2019 में राजेश अग्रवाल के संपर्क में आया था. राजेश अग्रवाल के संपर्क में आने के बाद से षडयंत्रपूर्वक चौहान मेडिकल के नाम से भारी मात्रा में शिशी कोडीन कफ सिरप खरीदी करता एवं उसके एवज में राजेश अग्रवाल प्रति माह 15 हजार देता था. अजय चौहान ने अपने बताया कि राजेश अग्रवाल जो तिरूपति फार्मा का संचालक है, वह मेरे जैसे छोटे मेडिकल संचालकों के मेडिकल लायसेंस का उपयोग कर भारी मात्रा में शिशी कोडीन कफ सिरप अवैध रूप से भारी मात्रा में खरीदी बिक्री करता है.

चौहान मेडिकल के संचालक ने बताया कि उसके द्वारा कोडीन सिरप नहीं मंगाया गया था. पुलिस ने कहा कि आरोपी अजय के खाते की जानकारी ली गई, जिसके आधार पर इनकम टेक्स भी नहीं जमा करना पाया गया. जब से अजय चौहान तिरूपति फार्मा के संचालक से कोडिन कब सिरप का लेन-देन शुरू किया, तब से ही 1 करोड़ 74 लाख लगभग खाते में लेन-देन हुआ है, इस पैसे को राजेश अग्रवाल के कर्मचारियों द्वारा अजय चौहान के बैक एकाउंट में डाला जाना बताया, जो आपराधिक षडयंत्र की पुष्टि करता है.

कार्रवाई के दौरान तिरूपति फार्मा द्वारा चौहान मेडिकल को दी गई कोडीन कफ सिरप नोवीटॉस कंपनी की डिलिवरी के दौरान बिल में कई अन्य लोगों का हस्ताक्षर होना पाया गया, जो आपराधिक षडयंत्र की पुष्टि करता है. इस प्रकार राजेश अग्रवाल द्वारा नशीली दवाईयों के खरीदी-बिक्री नोविटॉस कंपनी के माध्यम से प्रतिबंधित कोडिन सिरप का अवैध व्यवसाय कर भारी मात्रा में अवैध धन अर्जित कर आपराधिक षडयंत्र करना पाये जाने से 15 मई को आरोपी राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया. उसके कब्जे से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल की जब्ती बनाई गई. आरोपी को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमांड में जेल भेजा गया है.