हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के लिए एक और गौरवशाली क्षण! महू के वीर सपूत मेजर राहुल दत्ता को दूसरी बार सेना का प्रतिष्ठित गैलंट्री अवॉर्ड “बार टू सेना मेडल” से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के केवल दो जवानों को मिला है, जिनमें मेजर दत्ता एकमात्र मध्यप्रदेशी हैं। वर्तमान में कश्मीर के कुपवाड़ा में राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात मेजर दत्ता ने 18 जुलाई 2024 को 13 हजार फीट की ऊंचाई पर एक जोखिम भरे ऑपरेशन का नेतृत्व किया। 

READ MORE: मध्य प्रदेश के चार सरपंचों ने लाल किले पर लहराया परचम, स्वतंत्रता दिवस समारोह के विशेष अतिथि के रूप में हुए आमंत्रित 

दत्ता ने हुलिया बदलकर POK के जंगलों में घात लगाकर उन्होंने दो आतंकियों को आमने-सामने की मुठभेड़ में मार गिराया। इस मिशन में वे 24 घंटे तक जंगलों में डटे रहे। इससे पहले 2020 में असम के घने जंगलों में एक खतरनाक आतंकी को ढेर करने के लिए उन्हें 2021 में पहला गैलंट्री अवॉर्ड मिला था।  

READ MORE: बड़वाह का गगनचुंबी तिरंगा: 100 फीट ऊंचे ध्वजदंड पर लहराया एमपी का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज 

79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 127 वीरता और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी, जिसमें मेजर दत्ता मध्य प्रदेश के एकमात्र गैलंट्री अवॉर्ड विजेता हैं। महू में जन्मे और सेना में सूबेदार रहे पिता के बेटे मेजर दत्ता प्रदेश के पहले ऑफिसर हैं, जिन्हें दूसरी बार यह सम्मान मिला है। यह उपलब्धि न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H