रायपुर. बस्तर में चलाए जा रहे मलेरिया मुक्त कार्यक्रम में अब तक करीब ढाई लाख लोगों की जांच की गई है. पहले चरण में अब तक 12108 मरीज़ मिले हैं. इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्र टीएस सिंहदेव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी.

टीएस सिंहदेव ने कहा कि ये अभियान तीन चरणों में होगा. दूसरा चरण जुलाई और तीसरा चरण नवंबर में चलाया जाएगा. टीएस ने बताया कि सरकार मलेरिया के इलाज की पूर्ण व्यवस्था कर रही है. 25 जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शामिल होने का अनुरोध किया गया है. उन्होंने कहा कि घर घर पहुंचकर मास एक्टिव स्क्रीनिंग की जा रही है.

टीएस सिंहदेव ने बताया कि बस्तर में एनीमिया और कुपोषण का बड़ा कारण मलेरिया है. इसमें 1720 सर्वे दल लगे हुए हैं. जो 14 लाख व्यक्तियों की रक्त की जांच करेंगे. टीएस सिंहदेव ने बताया कि राज्य में मलेरिया के कुल 64 फीसदी मामले बस्तर में ही मिलते हैं.

108 और 102 को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में टीएस सिंहदेव ने कहा कि इस मामले में शिकायत मिली है.जिसके बाद इसकी जांच की जा रही है.

टीएस सिंहदेव ने अपने विभागों के बजट के बारे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की. उन्होंने बजट पर हुई चर्चा को लेकर हुए सवाल पर कहा कि बजट में जब ऐलान मुख्यमंत्री करते हैं तभी उसके प्रावधानों के बारे में पता चलता है. उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि सुपेबेड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सिकलसेल का रिसर्च सेंटर इस बजट में आ सकता है. टीएस ने कहा कि इस साल विभागों को ज़्यादा पैसे मिलेंगे.