पटना। बिहार में एक बार फिर कांग्रेस अपनी मजबूती पर जोर देना शुरू कर दिया। हालांकि बिहार में पार्टी फिलहाल क्षेत्रीय दलों के साथ दिख रही है। प्रदेश में कांग्रेस लंबे समय से आरजेडी के साथ है, लेकिन इसके बावजूद पार्टी अब यहां अपनी जमीनी मौजूदगी के साथ-साथ संगठन की मजबूती को बढ़ाना चाहती है।

बिहार पर राहुल का फोकस

इस बार बिहार पर राहुल का फोकस है, इसका महत्व इसी से समझा जा सकता है कि वहां राहुल के नियमित दौरों के अलावा राज्य में प्रभार एक युवा नेता कृष्णा अलावरू को दी गई है, जो राहुल के भरोसेंमंद माने जाते हैं। इतना हीं नहीं राहुल गांधी बिहार में पिछले चार महीने में चार बार दौरा कर चुके है।

सुर्खियां बटोर चुके कन्हैया कुमार….

राहुल ने अपने कुछ और भरोसेमंद लोगों को जमीन पर उतारा है जिनमें से एक अहम नाम युवा चेहरे कन्हैया कुमार का है, जो खुद बिहार से आते हैं। माना जा रहा है कि राहुल गांधी ने बाकायदा रणनीति के तहत ऐसा किया है। कन्हैया इन दिनों युवाओं और उनसे जुड़े सबसे बड़े मुद्दे रोजगार को लेकर राज्य में पदयात्रा कर एक बार चुनाव के पहले सुर्खियां बटोर चुके हैं।

हम अपने घोषणा पत्र की ओर बढ़ रहे

पटना में INDIA गठबंधन की बैठक पर अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अल्का लांबा ने कहा, “हम मिशन बिहार में निकल चुके हैं… दिल्ली में तेजस्वी यादव की अच्छी और सुखद बैठक हुई। उसी को लेकर आज फिर INDIA गठबंधन की बैठक यहां हो रही है। 20 अप्रैल को मल्लिकार्जुन खरगे यहां 2 बड़ी रैली करेंगे। महिला कांग्रेस का 2 दिवसीय प्रशिक्षण शिवर होने जा रहा है… हम अपने घोषणा पत्र की ओर बढ़ रहे हैं।”