पटना। चुनाव आयोग द्वारा देश के अलग अलग राज्यों में SIR को लेकर सख्त कदम उठा रही है। आयोग का मानना है कि SIR के माध्यम से फर्जी वोटर की पहचान हो सकेगी तो वही विपक्ष इसको लेकर लगातार विरोध कर रहा है। SIR पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा चुनाव आयोग को एक भी घुसपैठिया बिहार में नहीं मिला, लेकिन हमारे गृह मंत्री इसी एजेंडा पर बिहार में बात करते हैं। क्या चुनाव आयोग को दृढ़ता से ये नहीं कहना चाहिए था कि ये तमाम चीजें प्रोपेगेंडा हैं, अफवाह हैं।

तुष्टिकरण की राजनीति करना छोड़ दें

बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने कहा SIR के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में बहुत लंबी सुनवाई हो चुकी है और विपक्ष को जितनी बातें रखनी थी वह उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रखी। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद और उनकी निगरानी में बिहार में SIR प्रक्रिया पूरी की गई। यहां किस सुगमता के साथ SIR हुआ। जनता ने SIR और मतदाता सूची के शुद्धिकरण को स्वीकार किया तो जब बिहार जैसे बड़े राज्य में SIR की प्रक्रिया पूरी हुई और सुप्रीम कोर्ट ने विस्तृत रूप से इसपर चर्चा की तो ये लोग अब किस तरह की बातें उठाना चाहते हैं?इसलिए ममता बनर्जी ये तुष्टिकरण की राजनीति करना छोड़ दें।

केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला था

इसके पहले बीते मंगलवार को उत्तर 24 परगना के बनगांव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने SIR (Special Integrated Revision) को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला था। पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी मेरे खेल में मुझसे लड़ नहीं सकती। मुझे हार नहीं सकती। अगर बीजेपी ने बंगाल में मुझ पर हमला करने की कोशिश की तो मैं पूरे भारत में उसकी नींव दिला कर रख दूंगी।