प्रीत शर्मा, मंदसौर। मामा का बुलडोजर रास्ते से भटक गया है। अपराधियों की जगह अब नेशनल खिलाड़ी के घर को भी अवैध बताकर जमीदोंज करने में जुट गई है। सोमवार को मंदसौर प्रशासन ने जूनियर नेशनल हॉकी प्लेयर सागू डावर की झोपड़ी ध्वस्त कर दिया। इस दौरान सागू और उसके परिवार ने खुद पर केरोसिन डालकर आत्मदाह करने की भी कोशिश की। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन ने उन्हें ऐसा करने से रोक लिया। इन सबके बीच पुलिस और सागू के परिवार में जमकर झुमाझाटकी भी हुई। दरअसल प्रशासन दावा कर रहा है की उन्होंने सागू को रहने के लिए जमीन आवंटित कर दी है। लेकिन हॉकी खिलाड़ी सागू ऐसा होने से इनकार कर रही है।

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दरअसल 40 साल पहले सागू डावर का परिवार मंदसौर में तत्कालीन समय में बन रहे नूतन स्टेडियम का निर्माण करने आया था। उसी दौरान उन्हें स्टेडियम के समीप बसाया गया था। तब से ही यह परिवार यहां रह रहा था। लेकिन यह जमीन शिक्षा विभाग की होने के कारण उस पर स्टेडियम बनना प्रस्तावित है। इसी कारण प्रशासन सागू के परिवार को यहां से हटाकर उन्हें नजदीक ही अलावदाखेड़ी गांव में रहने का बोल रहा है। वहीं सागू शहर में ही रहने की जगह चाहती है।

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सागू के पिता का निधन काफी लंबे समय पहले ही हो गया था। परिवार में मां और दो छोटे भाई और बहने है। घर चलाने के लिए सागू पढ़ाई और हॉकी सीखने के साथ-साथ लोगो के घरों पर बर्तन और झाड़ू पोछा लगाने का काम भी करती है। इसी कारण उसकी मांग है की, उसे जगह शहर में दे दी जाए ताकि उसे आने जाने और काम करने में परेशानियां ना आए। सागू ने प्रशासन से साफ कर दिया है की अगर उसे उचित जगह नही दी जाती है। तो वह दो साल तक उसी टूटी हुई झोपड़ी की जगह रहकर पढ़ाई सहित अपने अन्य काम करेगी।

कई बार हटने का नोटिस देने के बाद की कार्रवाई

मामले में मंदसौर एसडीएम बिहारी सिंह ने कहा कि बीते कई समय से इन्हे यहां से हटाने के लिए नोटिस दिए गए थे। साथ ही पट्टा देकर व्यवस्था भी की गई थी। लेकिन जब यह लोग नही है तो आज यह कार्रवाई की गई है। केरोसिन की घटना को उन्होंने प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए करने की बात कही है।

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खंडर में तबदील झोपड़ी में कई मेडल्स गिरे हुए हैं

सागू हॉकी की बेहतरीन प्लेयर है। वह 6 बार जूनियर नेशनल टीम का हिस्सा रह चुकी है। उसकी टूटी हुई झोपड़ी में कई सारे मेडल्स लटके देखे जा सकते थे। जो उसकी हॉकी के प्रति उसकी मेहनत को दर्शाते हैं। वहीं अब वह झोपड़ी खंडर में बदल चुकी है। सागू के अनुसार वह अब तक तमिलनाडु, केरल, आसाम, दो बार झारखंड, भोपाल और ग्वालियर में हुई जूनियर नेशनल हॉकी मैच में खेल चुकी है। देखना यह होगा कि अब सागू की सुनवाई होती है या नहीं।

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