रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेशवासियों को पिछले सप्ताह 3 नए जिलों की सौगात देने के बाद आज 2 नए जिलों का शुभारम्भ करने जा रहे हैं. मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर 32वें और सक्ती 33वें जिला के रूप में अस्तित्व में आएंगे. इस तरह प्रदेश में जिलों की संख्या बढ़ कर 33 हो जाएगी. दोनों नए जिलों के गठन से इन क्षेत्रों के वर्षों पुरानी मांग पूरी होने जा रही है. नए जिले के गठन से ना केवल शासकीय कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होगा बल्कि लोगों को कई प्रकार की सार्वजनिक सुविधाएं भी मिलेगी. लोगों को प्रशासनिक कार्यों के लिए ज्यादा दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी.

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर कोरिया जिले से अलग होकर और जांजगीर-चांपा से अलग होकर सक्ती जिला नई प्रशासनिक इकाई के रूप में अस्तित्व में आ रहा है. नए जिले के गठन को लेकर मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के सुदूर वनांचल क्षेत्रों में और सक्ती में अभूतपूर्व हर्ष व्याप्त है. नया जिला अस्तित्व में आने से क्षेत्र में विकास की नई धारा बहेगी, विकास की गति और तेज होगी. पहुंचविहीन क्षेत्रों में विकास कार्यों, शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्यान्न, इंटरनेट और रोड कनेक्टिविटी के लिए और बेहतर कार्य किए जाएंगे.

353 करोड़ से ज्यादा की सौगात

नए जिलों के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोनों जिलों में 353 करोड़ 79 लाख 23 हजार रुपये के विकासकार्यों की सौगात देंगे. इस दिन मनेंद्रगढ़ में 187 करोड़ 04 लाख 66 हजार रुपये के 09 कार्यों का भूमिपूजन और 13 करोड़ 68 लाख 57 हजार रुपये के 06 कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा. वहीं सक्ती में 85 करोड़ 20 लाख रुपये के 296 विकासकार्यों का भूमिपूजन और 67 करोड़ 85 लाख 99 हजार रुपये के 13 कार्यों का लोकर्पण होगा.

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में क्या-क्या आएगा ?

नया जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर सरगुजा संभाग के अंतर्गत होगा. जिले में कुल ग्रामों की संख्या 376 है. यहां 13 राजस्व निरीक्षक मण्डल और 87 पटवारी हल्का है. यहां मनेन्द्रगढ़, भरतपुर और खड़गवां अनुविभाग और मनेन्द्रगढ़, केल्हारी, भरतपुर, खड़गवां, चिरमिरी और कोटाडोल तहसील होंगे. यहां 5 नगरीय निकाय जिनमें नगर पालिका निगम चिरमिरी, नगरपालिका परिषद मनेन्द्रगढ़, नगर पंचायत झगराखांड़, नगर पंचायत खोंगापानी और नगर पंचायत नई लेदरी सम्मिलित हैं. नवगठित जिले में अमृतधारा जलप्रपात, सिद्धबाबा मंदिर (मनेन्द्रगढ़) सीतामढ़ी-हरचौका (रामवनगमन पर्यटन परिपथ) भरतपुर, रमदहा जलप्रपात जैसे पर्यटन स्थल भी शामिल हैं.

सक्ती जिले में क्या-क्या होगा शामिल ?

इसी तरह नया जिला सक्ती बिलासपुर संभाग के अंतर्गत होगा. जिला सक्ती में उपखंड सक्ती की तहसील सक्ती, मालखरौदा, जैजैपुर और उपखंड डभरा की तहसील डभरा सहित कुल 5 तहसीलें शामिल होंगी. सक्ती जिले में 18 राजस्व निरीक्षक मंडल शामिल होंगे. 2011 जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 6,47,254 है. सक्ती जिले में 319 ग्राम पंचायतें, 6 नगरीय निकाय शामिल होंगे. नवगठित जिले में चंद्रहासिनी माता मंदिर चंद्रपुर, अड़भार अष्टभुजी माता मंदिर, रेनखोल, दमऊदरहा जैसे पर्यटन स्थल भी शामिल हैं.

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