पटना। बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आज पदभार ग्रहण किया। मंत्रालय की कुर्सी संभालते मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि सीवान और बिहार की जनता के भरोसे ने उन्हें नई ऊर्जा दी है।

स्वास्थ्य सेवाओं में कमियों को नहीं रहने देंगे

मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में सबसे बड़ी चुनौती रिक्त पदों की है और इस चुनौती को वे अब देरी से नहीं देखना चाहते। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने साफ कर दिया-सबसे पहले रिक्तियों की भरमार खत्म होगी। उन्होंने घोषणा की कि दिसंबर 2025 से आने वाले एक साल के भीतर स्वास्थ्य विभाग के 32,700 पदों पर नियुक्ति पूरी कर ली जाएगी। यह कदम ग्रामीण अस्पतालों से लेकर मेडिकल कॉलेजों तक कर्मचारियों की कमी से जूझती स्वास्थ्य सेवाओं में नई जान फूंकने वाला होगा।

हर स्तर पर भर्ती की तैयारी

स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी के 663 और दंत चिकित्सा पदाधिकारी के 808 पदों को भरा जाएगा। एएनएम के 8,938 पदों की अधियाचना भेजी जा चुकी है, जबकि जीएनएम के 11,389 पदों की परीक्षा भी हो चुकी है। नर्सिंग, आयुष, मेडिकल कॉलेज के शिक्षक और सीनियर रेजिडेंट सहित कई श्रेणियों के कुल हजारों पदों के लिए विज्ञापन और परीक्षाएं जारी हैं।

तकनीकी स्टाफ की भी होगी बड़ी बहाली

फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन से लेकर दंत विज्ञानी तक-तकनीकी स्तर के 12,627 पदों की परीक्षा संपन्न हो चुकी हैं। पांडेय ने आश्वासन दिया कि बिहार की स्वास्थ्य प्रणाली अब लंबे इंतजार में नहीं रहेगी। आने वाले महीनों में विभाग नई ऊर्जा और नए कर्मचारियों के साथ काम करता दिखाई देगा।