CORONA के येलो अलर्ट के बीच दिल्ली मेट्रो यात्रियों की संख्या पर अंकुश लगाने के लिए कर रहा संघर्ष
मेंटर ने साझा किए अपने अनुभव
एक मेंटर ने कहा कि 2020 में मैं ”देश के मेंटर” कार्यक्रम से पायलट फेज से ही जुड़ा हुआ हूं. बच्चों को पता नहीं होता है कि उनको क्या करना है, मैं इसीलिए जुड़ा कि बच्चों को हेल्प कर सकूं. मैं 4 बच्चों को मेंटर कर रहा हूं. उसमें से एक बच्चा है जिसके पिताजी गार्ड की नौकरी करते हैं. वो बच्चा अच्छा कर रहा है और उसके पिताजी भी काफी खुश हैं.
बच्चे ने मेंटर को जर्मन सिखा दिया
एक मेंटर ने बताया कि वो एक बच्चे को गाइड करते थे. वो बच्चा जर्मन सीखता था. मुझे पता चला कि वो जर्मन सीख रहा है, तो मैंने भी सीखना शुरू किया. अब वो बच्चा उनको जर्मन भाषा सीखने में मदद कर रहा है.
स्कूल के बदले रूप को देखकर रह गए अचंभित
एक मेंटर सचिन शर्मा ने बताया कि उन्होंने 2003 में वेस्ट विनोद नगर के स्कूल से पास किया था. पहले ये स्कूल ऐसा नहीं था. अब वो इस स्कूल को देखकर अचंभित दिखे. आज वे इसी स्कूल के 4 बच्चों को गाइड कर रहे हैं. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वे मेंटर्स के अनुभवों को सुनकर बहुत प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षा पर हो रहे बड़े बदलाव का हिस्सा हैं आप. हमारा देश सोने की चिड़िया कहलाने वाला देश आज गरीबी में सबसे टॉप पर है. विश्व गुरू कहलाने वाला देश साक्षर होने के लिए संघर्ष कर रहा है. पिछले 75 साल में बहुत काम हुआ है, लेकिन कुछ तो गलत हुआ है इस देश में जिससे कि हम बहुत पीछे रह गए. मैं जब पढ़ता था तो भारत एक विकासशील देश था और आज भी विकासशील देश है, तो हमने शिक्षा के स्तर पर गड़बड़ की है. हमने 2015 से इसे बदलना शुरू किया, लेकिन हमें जरूरत पड़ी एक मेंटर की. आप लोग हमसे जुड़े, आपने बच्चों को गाइड किया, मैं आपको सलाम करता हूं.
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