गयाजी। अतरी विधानसभा क्षेत्र की गहलौर घाटी के समीप हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) के तत्वावधान में कंबल वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व स्थानीय विधायक रोहित कुमार ने किया जबकि मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री और हम (सेकुलर) के संरक्षक जीतन राम मांझी उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में ग्रामीण और पार्टी कार्यकर्ता इस मौके पर मौजूद थे।

संघर्ष को बताया ऐतिहासिक

मांझी ने माउंटेन मैन बाबा दशरथ मांझी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 22 वर्षों तक भूखे-प्यासे रहकर पहाड़ काटकर रास्ता बनाया। यह संघर्ष मानव जज्बे की मिसाल है। उन्होंने कहा कि यदि बाबा किसी दूसरी जाति से होते तो अब तक उन्हें कई बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके होते लेकिन भुइयां जाति से होने के कारण उन्हें अपेक्षित सम्मान नहीं मिला।

राष्ट्रपति पुरस्कार की मांग

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए नेतृत्व से लगातार यह मांग कर रहे हैं कि बाबा दशरथ मांझी को मरणोपरांत राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जाए। साथ ही उन्होंने बाबा के परिवार को राजनीति से दूर रहकर समाज हित में काम करने वालों का साथ देने की सलाह दी।

हिजाब विवाद पर मुख्यमंत्री का बचाव

हालिया हिजाब विवाद पर मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा कि डॉक्टरों को सर्टिफिकेट वितरण के दौरान उन्होंने सहज भाव से एक बेटी का हिजाब ठीक करने की बात कही थी। 74 वर्षीय बुजुर्ग की बात को गलत नजरिए से देखना विपक्ष की राजनीति है।

गहलौर घाटी को पर्यटन स्थल बनाने की पहल

मांझी ने कहा कि गहलौर घाटी को भव्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र और बिहार सरकार के बीच बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर यहां महोत्सव का आयोजन बाबा के संघर्षों को सच्ची श्रद्धांजलि है।

राहुल गांधी पर तंज

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए मांझी ने कहा कि जब मकान पहले से बना हुआ था तो फिर चाबी देने का दिखावा किस बात का है।