नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस दोनों की नजर ट्राईबल वोटों पर है। भाजपा ने आदिवासी वोट बैंक साधने के लिए राम विचार नेताम को अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया । इधर कांग्रेस ने भी अपने परंपरागत वोट बैंक को बचाने के लिए अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ का नाम बदलकर आदिवासी कांग्रेस कर दिया है।

कांग्रेस ने पांच बार के सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे वी किशोर चंद्र देव को आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। वे आँध्रप्रदेश से हैं. वहीं छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर से विधायक मनोज मंडावी को इसका राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया है।

इसके कुछ महीने पहले प्रदेश के कद्दावर आदिवासी नेता और भाजपा के पूर्व सांसद नंद कुमार साय को केन्द्र सरकार ने अुसूचित जनजाति आयोग का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया था। उधर कांग्रेस में जोगी के बाद कोई बड़ा आदिवासी चेहरा नहीं बचा था।

लिहाजा कांग्रेस ने पूर्व मंत्री रह चुके मनोज मंडावी को राष्ट्रीय पदाधिकारी नियुक्त कर मिशन 2018 के लिए भाजपा से मुकाबला करने की तैयारी कर रही है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी बेल्ट को सरकार बनाने के लिए निर्णायक कुंजी माना जाता है। बहरहाल कांग्रेस का यह नया प्रकोष्ठ कितना सार्थक होगा इसके लिए 2018 तक का इंतजार करना पड़ेगा।