बिलासपुर– जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के कई नेताओं को विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद पार्टी से मोहभंग हो गया है. अजीत जोगी की करिश्माई चेहरे को देखकर पार्टी में शामिल हुए थे, लेकिन उन्हें जीत नहीं दिला सकी. इस वजह से अब वे फिर कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं. बकायदा जोगी कांग्रेस के बागी नेता दिल्ली में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया से मिलकर आ चुके हैं. बताया जाता है कि ये मुलाकात पुनिया से 3 जनवरी को हुई है. और पुनिया ने भी पार्टी प्रवेश कराने का सिग्नल दे दिया है. लेकिन पेंच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सहमति को लेकर फंसा है. लेकिन फैसला बहुत जल्द होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार जोगी के कट्टर समर्थक बिल्हा प्रत्याशी सियाराम कौशिक, तखतपुर प्रत्याशी संतोष कौशिक, बिलासपुर प्रत्याशी बृजेश साहू, मुंगेली प्रत्याशी चंद्रभान बारमते और भाटापारा प्रत्याशी चैतराम साहू की कांग्रेस में वापसी की अटकले लगाई जा रही है.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सियाराम कौशिक ने कहा कि अजीत जोगी की पार्टी से अब लोगों का मोह खत्म हो गया है. नई पार्टी बनी तो लोगों को लगा कि ये छत्तीसगढ़ की हितैषी पार्टी है, लेकिन अजीत जोगी के 16 नवंबर को दिए बयान से उनकी भाजपा से सांठगांठ का पता चल गया. पार्टी और प्रत्याशियों की हार की वजह सिर्फ अजीत जोगी है. इस वजह से सभी ने कांग्रेस का दामन थामने का फैसला लिया है.
पीएल पुनिया के दौरे से पहले जेसीसी (जे) में कार्रवाई
पीएल पुनिया दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. रविवार को दोपहर वे रायपुर पहुंच जाएंगे. यहां पहले दिन वे पार्टी पदाधिकारी और मोर्चा संगठनों के प्रमुखों से चर्चा करेंगे. लेकिन दूसरे दिन का कार्यक्रम तय नहीं हुआ है. वहीं दूसरी ओर अजीत जोगी ने शनिवार को अब्दुल हयात और बिलासपुर प्रत्याशी अशोक साहू को पार्टी विरोधियों गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.