पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा– सुरक्षा बल के जवानों ने शुक्रवार को माओवादी लीडर चैतू का गनमैन चैनू उर्फ चूला को गिरफ्तार करने का दावा किया है. नक्सली चैनू पर तीन लाख का इनामी घोषित था. गिरफ्तार नक्सली मलंगीर एरिया कमेटी का प्रेस टीम का कमांडर बताया जा रहा है. लेकिन इस गिफ्तारी पर ग्रामीणों ने सवाल उठाया है. उनका कहना है कि परिजनों और ग्रामीणों को इसकी जानकारी नहीं दी गई. वहीं एसटीएफ पालनार और कुआकोंडा के जवानों ने रेवाली कलेपारा के जंगलों से घेराबंदी कर गिरफ्तार करने का दावा किया. गिरफ्तार नक्सली चैनू उर्फ चूला पर कई बड़ी घटनाओं में शामिल होना बताया जा रहा है.

इधर, इसी गिरफ्तारी पर रेवाली गांव के 50 से 60 महिलाएं पालनार गांव में गिरफ्तार नक्सली की खोजबीन करते हुए पहुंची थी. पालनार सोनी सोरी समाजिक कार्यकर्ता भी पहुंची हुई थी. जहां महिलाओं ने यह स्वीकार किया कि चैनू उर्फ चूला नक्सलियों के संगठन में काम पहले करता था. मगर, वर्षों से नक्सली संगठन का हिस्सा नहीं है.

सोनी सोरी ने पुलिस की गिरफ्तारी पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि पुलिस ने गिरफ्तारी 2 दिन पहले अचानक रात में गांव पहुंचकर की. उसके बाद 2 दिनों से गांव वाले थाने और जिला मुख्यालय के चक्कर काट रहे हैं. गिरफ्तरी की जानकारी कम से कम ग्रामीणों और परिजनों को होनी चाहिए.

इन आरोपों में हुई गिरफ्तारी

  • 6 अक्टूबर 2017 को आरक्षक भीमा राम कुंजाम पर हमला कर 9 एमएम की पिस्टल से फायर कर घायल.
  • 5 सितंबर 2018  को कुम्मा पोडियामी को फूलपाड़ कोलियान पारा से अपहरण कर किडरीरास के जंगलों में मारपीट का आरोप.
  • 18 मार्च 2017 को डोरेपारा बुरगुम मुठभेड़ में  नक्सलियों के साथ शामिल होकर पुलिस पर हमले का आरोप है. मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गये थे. साथ ही 2 जवान शहीद हो गए.
  • 30 अक्टूबर 2018 को नीलावाया में एंबुश लगाकर पुलिस पार्टी पर हमला कर डीडी न्यूज के पत्रकार और 3 पुलिस के जवानों की शहादत वाली घटना में शामिल रहने का आरोप