नई दिल्ली. श्रीनगर में सेना के शहीद जवान औरंगजेब को शुक्रवार श्रद्धांजलि दी गई. गुरुवार को आतंकियों ने अगवा करके उनकी हत्या कर दी थी. आतंकियों ने उन्हें पुलवामा से अगवा किया था. अब औरंगजेब की मौत से ठीक पहले की तस्वीर सामने आई है. तस्वीर को देखकर साफ लग रहा है कि आतंकियों ने उन्हें बहुत टॉर्चर किया था. औरंगजेब के कपड़ों में मिट्टी लगी थी. जिससे लग रहा कि गोलियों से छलनी करने से पहले उन्हें आतंकियों ने पीटा भी था.

वीडियो में आतंकी और शहीद जवान के बीच हुई बातचीत
आतंकी- क्या नाम है तेरा?
शहीद औरंगजेब- मेरा नाम औरंगजेब
आतंकी- बाप का क्या नाम है?
शहीद औरंगजेब- मोहम्मद हनीफ
आतंकी- किधर रहता है ?
शहीद औरंगजेब- पुंछ रहता हूं
आतंकी- ड्यूटी किधर है ?
शहीद औरंगजेब- शालीमार, पुलवामा, शालीमार कैंप
आतंकी- किसके साथ था तू, शुक्ला के साथ
शहीद औरंगजेब- हां
आतंकी- क्या ड्यूटी है तेरी ?
शहीद औरंगजेब- मैं सिपाही, एक तरह से जो पोस्ट पर ड्यूटी देता है
आतंकी- तो शुक्ला का गार्ड भी तू ही है
शहीद औरंगजेब- हां
आतंकी- उसके साथ ऑपरेशन में तू ही जाता है ना
शहीद औरंगजेब- हां
आतंकी- मोहम्मद भाई के एनकाउंटर में तू ही था
शहीद औरंगजेब- मोहम्मद रफी ?
आतंकी- हां मोहम्मद रफी, तलहा
शहीद औरंगजेब- हां मैं ही था
आतंकी- तो तलाह लोगों का एनकाउंटर तूने किया
शहीद औरंगजेब- जी
आतंकी- लास्ट एनकाउंटर भी तूने किया था, जसीम का
शहीद औरंगजेब- नहीं
आतंकी- किसने किया
शहीद औरंगजेब- मेरे हाथ में लग गई थी
आतंकी- क्या लग गया था
शहीद औरंगजेब- मेरा हाथ टूट गया था, अंगूठा टूट गया

औरंगजेब को गोलियों से छलनी किया शव गुरुवार रात करीब 10 बजे पुलवामा के जंगलों में कालम्पोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर गुस्सु गांव में मिला. उनके सिर और गर्दन पर गोलियों के निशान मिले थे. औरंगजेब 4-जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री के शादीमार्ग स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे.

हिज्बुल आतंकी समीर को टीम के साथ मिलकर किया था ढेर

औरंगजेब हिज्बुल आतंकी समीर को 30 अप्रैल 2018 को ढेर करने वाले मेजर रोहित शुक्ला की टीम में शामिल थे. जांबाज औरंगजेब ने कई बड़े ऑपरेशनों को अंजाम दिया था. माना जा रहा है कि सेना के ऑपरेशनों में हिस्सा लेने के चलते आतंकियों ने उनको निशाना बनाया है.

बता दें कि आतंकवादियों ने गुरुवार शाम को ही राइजिंग इंडिया के संपादक शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. शुजात अपने ऑफिस से इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे, उसी समय मोटरसाइकिल सवार चार आतंकियों ने उन्हें घेरकर गोलियों से छलनी कर दिया था.