सतीश चांडक, सुकमा। नक्सलियों के खिलाफ मुठभेड़ में शहीद राजकुमार का शव देर शाम तक जिला मुख्यालय सुकमा नहीं पहुंचा तो एक शहीद की गर्भवती बीवी ने पुलिस वालों को ऐसी बात कह दी कि सबका सिर शर्म से झुक गया. शहीद राजकुमार की पत्नी लता अपनी कोख में पल रहे अपने पति की आखिरी निशानी को लेकर लता अपने गांव कोगड़ा से सुकमा पहुंची थी. सुबह से भूखी-प्यासी लता ने शाम तक शव का इंतज़ार किया लेकिन जब उसे पता चल गया कि उनके पति का शव आज नहीं आएगा तो उनका सब्र टूट गया.
उन्होंने सबके सामने पुलिस वालों को सुना दिया कि पुलिस के बस की बात नहीं है कि वो उनके बहादूर पति का शव नहीं लाएं. अब उन्हें खुद अपने पति का शव लाना होगा. बिलखती लाता ने पुलिस वालों से पूछा आखिर वे कब अपने पति का चेहरा देखेंगी।
अपना सब कुछ गंवा चुकी इस महिला की ये बात सुनने के बाद कोई भी पुलिस वाला उनसे नज़रें नहीं मिला पा रहा था. जो पुलिस वाले उन्हें सुबह से शव के पहुंचने की बात कहकर बरगला रहे थे शर्म के मारे उनकी आंखें ज़मीन में गड़ गईं.
जिला पुलिस बल में कांस्टेबल के पद पर तैनात कट्टम राजकुमार चिंतागुफा इलाके में एलमागुंडा और दुरमा के बीच हुई नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शनिवार को शहीद हो गए थे. राजकुमार का शव सुबह बुरकापाल कैंप लाया गया. लता और उसके परिवार वालों को खबर मिली कि शव सुकमा लाया जा रहा है तो शहीद की बीवी अपने पति का शव लेने सुकमा पहुंच गई.
सुबह से वो अपने परिवार के लोगों के साथ इंतजार कर रही थी कि कब शव आए और वो शव के दर्शन करे. पुलिस वाले उसे दिलासा देते रहे. कभी कहते रहे कि हैलीकॉप्टर उड़ान भर चुका है. तो कभी कहते उड़ान भरने वाला है. घंटे -दो घंटे करके जब लता ने पूरा दिन काट लिया तो उसे समझ में आ गया कि पुलिस वाले उसे सच नहीं बता रहे हैं. आखिरकार उनके सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने ये कहा
देखिए वीडियो शहीद की बीवी ने क्या कहा !
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