Marundeeswarar Mandir: भारत में कुछ मंदिर ऐसे चमत्कार दिखाते हैं, जिनके रहस्य आज भी अनसुलझे हैं. आज हम जिस मंदिर के बारे में बात कर रहे हैं उसका रहस्य भी कुछ ऐसा ही है. जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. इस मंदिर का पानी पीते ही गंभीर बीमारियां दूर होने का दावा किया जाता हैं.
यह मंदिर तमिलनाडु में स्थित है. इस मंदिर का नाम मरुदेश्वर है. यह मंदिर इस बात का जीवंत उदाहरण है कि हमारे पूर्वज चिकित्सा और रसायन विज्ञान में कितने कुशल थे. मारुंडेश्वरर या औषधेश्वर मंदिर के नाम से प्रसिद्ध ये शिव मन्दिर तमिलनाडु के कांचीपुरम के थिरुकाचुर गाँव में है.
इस मंदिर में शिव जी को मारुंडेश्वरर के रूप में पूजा जाता है. इस शिव मंदिर में हजारों लोग आते हैं. इस मंदिर में भगवान शंकर की पूजा मारुंडेश्वरर के रूप में की जाती है.
मारुंडे का अर्थ है औषधि, मारुंडेश्वर का अर्थ है औषधि का देवता तथा मारुंडेश्वरर मंदिर का अर्थ है औषधि का मंदिर. शास्त्रों में दिए गए वर्णन के अनुसार माता सती का चर्म अंजनाक्षी रुद्रगिरि पर्वत पर गिरा था. यह चमत्कारी मंदिर इसी पर्वत पर स्थित है.
एक लोककथा है कि एक बार भगवान इंद्र सहित स्वर्ग के कई देवता बीमार पड़ गए. तब सभी देवताओं ने इसी स्थान पर भगवान शिव की पूजा की थी. तब भगवान शिव के आदेश का पालन करते हुए दिव्य चिकित्सक अश्विनी देव ने सभी देवताओं का इलाज इसी स्थान पर किया जहां यह मंदिर स्थित है.
यहां आने वाले भक्तों का कहना है कि इस मंदिर की मिट्टी और पानी का उपयोग करने से कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं. यहां एक भूमिगत कुआं है जो अभी भी पानी से भरा हुआ है. साधु-संत वहां जाकर रस विद्या यानी औषधियों पर शोध करते हैं. कहा जाता है कि इस स्थान पर दवाइयां तैयार की जाती थीं, जिनसे गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों का इलाज किया जाता था.
यही कारण है कि यह हिंदू मंदिर का नियमित स्वरूप नहीं है. कुछ साल पहले इस जगह को आम जनता के लिए खोल दिया गया और फिर मंदिर का निर्माण किया गया.
स्थानीय लोगों का दावा है कि इस पानी को पीने से कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं. इसके अलावा यह पानी स्वस्थ लोगों के लिए हानिकारक है. क्योंकि यह पानी असामान्य रूप से भारी है. अब भारी जल का अर्थ समझने के लिए हमें विज्ञान की सहायता लेनी होगी, सामान्य जल का अर्थ है H2O और भारी जल का अर्थ है D2O.
Marundeeswarar Mandir: इस शिवलिंग में बनने वाला जल भारी जल है. आपको बता दें कि भारी पानी में उपचारात्मक गुण होते हैं. यदि कैंसर से पीड़ित व्यक्ति यह पानी पीता है तो उसे लाभ होता है, लेकिन यदि स्वस्थ व्यक्ति इसे पीता है तो वह बीमार हो जाता है.
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