Maruti Suzuki News: देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी देश के विभिन्न हिस्सों में ग्राहकों तक अपनी कारों को पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर ट्रेनों का उपयोग कर रही है. पिछले 9 वर्षों में मारुति सुजुकी कारों का वार्षिक उत्पादन 50 प्रतिशत बढ़ गया है जबकि रेल द्वारा कारों का परिवहन 5 गुना बढ़ गया है.

 साल 2015 में मारुति ने 65,700 कारें ट्रेन के जरिए भेजी थीं, जबकि वित्त वर्ष 2023 में मारुति ने 3.35 फीसदी कारें ट्रेन के जरिए भेजी हैं. इसका मतलब है कि मारुति सुजुकी हर दिन 920 कारें ट्रेन से देश के अलग-अलग हिस्सों में भेज रही है. पिछले 4 वर्षों में मारुति सुजुकी ने कार परिवहन के लिए ट्रेन सेवाओं का उपयोग करने में एक नया रिकॉर्ड बनाया है.

17 प्रतिशत हुआ हिस्सा

मारुति सुजुकी द्वारा निर्मित कारों की संख्या और रेल द्वारा परिवहन की जाने वाली कारों की संख्या का हिस्सा अब 5 प्रतिशत से बढ़कर 17 प्रतिशत हो गया है. कंपनी ने कहा है कि वह अगले 3 साल में इस संख्या को दोगुना करने जा रही है. मारुति सुजुकी अपनी कारों का निर्माण गुजरात के हंसलपुर और हरियाणा के मानेसर में करती है. भारत सरकार ने एक समर्पित माल गलियारा बनाया है जिसके माध्यम से इन दोनों क्षेत्रों को जोड़ा गया है.

 साधारण मालगाड़ी औसतन 5000 टन क्षमता पर चलती है जबकि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर इसकी क्षमता एक बार में 10 से 15000 टन होगी. इससे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर चलने वाली ट्रेनों की स्पीड सामान्य रेलवे ट्रैक पर चलने वाली ट्रेनों की तुलना में बढ़ जाएगी. ट्रेन की यह स्पीड दोगुनी हो जाएगी.

इससे मारुति सुजुकी कारों को देश के एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भेजने की लागत और समय में काफी कमी आएगी. सड़क पर चना लेकर जा रहे ट्रक के जरिए गाड़ी भेजने की तुलना में यह खर्च कई गुना कम होगा. इससे मारुति सुजुकी का मुनाफा बहुत तेजी से बढ़ने वाला है. मारुति सुजुकी अपने खर्चों को कम करने और मुनाफा बढ़ाने पर गंभीरता से काम कर रही है.