विप्लव गुप्ता, पेण्ड्रा। मरवाही उपचुनाव कांग्रेस के लिये चुनौती है, और हम इसी चुनौती को ध्यान में रखते हुए चुनाव लड़ेंगे. यह बात प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने अपने दो दिवसीय मरवाही प्रवास के दौरान मीडिया से चर्चा में कही.
अजीत जोगी के निधन के बाद रिक्त हुई मरवाही विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तारीख की घोषणा अभी भले ही नहीं हुई हो, लेकिन कांग्रेस ने सीट पर काबिज होने कमर कसने लगी है. इस क्रम में मंगलवार से मरकाम संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने दो दिन के दौरे पर है. चुनाव के मद्देनजर बूथ स्तर से लेकर सभी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देकर मजबूत किया जा रहा है. सभी कार्यकर्ताओं के मोबाइल नंबर के साथ लिस्ट तैयार की जा रही है.
मरवाही पहुंचे पीसीसी अध्यक्ष मरकाम ने मीडिया से चर्चा में कहा कि पूर्व में हुए नगर पंचायत ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत के चुनाव के परिणामों पर समीक्षा के बाद संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत किया जाएगा. वही प्रत्याशियों की लंबी लिस्ट पर कहा कि दावेदारों को निगम एवं मंडलों में पद देकर संतुष्ट किया जाएगा.
झीरम के आरोपी को बचाना चाह रही एनआईए
वही झीरम घाटी कांड मामले पर लंबी जांच केंद्र और राज्य सरकार के बीच में चल रहे विवाद का जवाब देते हुए कहा कि झीरम घाटी कांड सुपारी किलिंग का मामला है. एनआईए झीरम कांड के आरोपी को बचाना चाह रही है. पीसीसी अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि हमने नया एफआईआर दर्ज किया था, लेकिन एनआईए ने कोर्ट में हलफनामा देकर कहा कि इस एफआईआर की जांच भी हम ही करेंगे, इसलिए हमारा आरोप है कि केंद्र सरकार आरोपियों को बचाना चाह रही है.