पेण्ड्रा। भूपेश बघेल सरकार के विकास कार्यों से प्रभावित होकर कांग्रेस के रीति नीति के प्रति अपनी निष्ठा दिखाते हुए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही शिवसेना के जिला अध्यक्ष उमेश सिंह पटकाम अपने सहयोगी अर्पन सिंह पैंकरा और जयराज सिंह ओट्टी के साथ रविवार को कांग्रेस में शामिल हुए.

प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल होने के बाद पटकाम ने कहा कि राज्य गठन के बाद से ही गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की उपेक्षा हुई है. इस विसंगति को दूर करने के लिये उन्होंने कांग्रेस में आने का फैसला किया है. पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में क्षेत्र के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे.

बता दें कि जयराज सिंह ओट्टी शिवसेना से मरवाही विधानसभा में विधायक प्रत्याशी हैं, जिन्होंने अपना समर्थन कांग्रेस पार्टी को दिया है. वहीं अर्पन सिंह पैंकरा और प्रताप सिंह भानु दोनों ही निर्दलीय प्रत्याशी हैं. दोनों ने ही अपना नामांकन वापस लेते हुए अपना समर्थन कांग्रेस प्रत्याशी को देने का फैसला लिए.

तीन प्रत्याशियों के नाम वापस लिए जाने के साथ अब मैदान में कांग्रेस से कृष्ण कुमार ध्रुव, भाजपा से डॉ. गंभीर सिंह, राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी से उर्मिला मार्को,आम्बेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया से पुष्पा कोर्चे, भारतीय ट्रायबल पार्टी से वीरसिंह नागेश, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से रितु पंद्राम, भारतीय सर्वजन हिताय समाज पार्टी से लक्ष्मण पोर्ते, निर्दलीय कल्याण सिंह करसायल, निर्दलीय शिवप्रसाद भानू, निर्दलीय सोनमती सलाम मैदान में रह गए हैं.

कल निर्वाचन अधिकारी ने अमित ऐश्वर्य जोगी, ऋचा जोगी, पुष्पेश्वरी तंवर, मूलचंद सिंह, गुलाब सिंह कंवर के अलावा ओमकरण पोर्ते का नामांकन निरस्त किया गया था. प्रत्याशी अपना नाम 19 अक्टूबर तक वापस ले सकेंगे। मरवाही विधानसभा उप-निर्वाचन के लिए मतदान 3 नवंबर को होगा,जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी.