Masik Durga Ashtami 2025: अगहन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर आज शुक्रवार को मासिक दुर्गा अष्टमी मनाई जा रही है. मार्गशीर्ष मासिक दुर्गा अष्टमी का उल्लेख पौराणिक धार्मिक ग्रंथों में मिलता है. इसमें बताया गया है कि इस दिन व्रत रखने और मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस दिन कन्या पूजा करना भी शुभ माना जाता है. नौ कन्याओं को भोजन कराकर, उन्हें वस्त्र, फल और मिठाई देकर मनोकामना पूरी करने की परंपरा है.
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निशिता मुहूर्त और महत्व (Masik Durga Ashtami 2025 Puja Timing and Nishita Muhurat)
पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 29 नवंबर 2025 की मध्य रात्रि लगभग 12:15 बजे तक रहेगी. निशिता मुहूर्त की बात करें तो माता रानी की पूजा के लिए 11:52 से लेकर लगभग 12:36 बजे तक का समय शुभ माना गया है.
पारंपरिक मान्यता है कि मासिक दुर्गा अष्टमी की पूजा खासकर रात में या तिथि प्रारंभ के दौरान करना अधिक फलदायी होता है. कुछ साधकों के अनुसार इस मुहूर्त में पूजा करने से विशेष रूप से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है. जो भक्त नियमित रूप से मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत करते हैं, वे अपने जीवन में शांति, समृद्धि, सकारात्मक परिवर्तन, बाधाओं का निवारण और देवी की विशेष कृपा की कामना करते हैं.
एक बात का जरूर रखें ध्यान
निशिता मुहूर्त में पूजा करना शुभ माना जाता है. यह सामान्य धार्मिक मान्यता है, लेकिन यह स्थानीय पंचांग, ग्रह-नक्षत्र आदि पर भी निर्भर करता है. इसलिए यदि आपके आसपास कोई पंडित या ज्योतिषी हो, तो उनसे मुहूर्त पूछकर ही पूजा संपन्न करें.
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